साड़ी कारोबारी के चार मंजिला मकान में लगी भीषण आग, कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पाया काबू
वाराणसी के छित्तनपुरा ईमलीतल्ले में साड़ी कारोबारी के चार मंजिला मकान में भीषण आग लग गई। इसकी चपेट में आकर गद्दी व गोदाम में रखी हजारों साड़ियां, फर्नीचर, घर के सामान जलकर राख हो गए। भोर में हुई घटना से अफरा-तफरी मच गई। आग की लपटों में कई लोग फंस गए थे। फायर ब्रिगेड ने काफी मशक्कत कर आग पर काबू पाया। आग लगने की वजह शार्ट सर्किट बताई जाती है।
यह है पूरा मामला
छित्तनपुरा ईमलीतल्ले मैदान में साड़ी कारोबारी नियाज अहमद अंसारी के चार मंजिला मकान के प्रथम तल पर गद्दी थी। यहां बड़ी मात्रा में साड़ियां रखी हुई थीं। इसी तल पर गोदाम में भी हजारों साड़ियां थीं। मकान में नियाज अपने चार बेटों के साथ रहते हैं। रात में सभी अपने-अपने कमरों में सो रहे थे। भोर में करीब पांच बजे धुएं की वजह से लोगों की नींद खुली। देखा तो गद्दी से धुआं निकल रहा था। वजह जानने के लिए नियाज व बेटों ने गद्दी का दरवाजा खोला तो तेज लपटों ने उनका रास्ता रोक दिया। घर के मौजूद 15 लोग जान बचाने के लिए भागने लगे।
ऊपरी मंजिल तक पहुंची लपटें
नियाज के अनुसार साड़ी की गद्दी पर ही कंप्यूटर, प्रिंटर, कैमरे आदि लगे हुए थे। आशंका है कि इनमें किसी में शार्ट सर्किट से भोर में चार बजे के आसपास आग लगी होगी। उसे बुझाने के प्रयास की बजाय जान बचाने के लिए सभी भागे। लपटें इतनी तेज थीं कि ऊपर के दो तल तक पहुंच रही थीं। आग ने सीढ़ी तक को घेर रखा था। आसपास के लोगों ने देखा कि जिस तल पर आग की शुरुआत हुई थी वहां एक बच्ची फंस गई थी। स्वजन उसे बचाकर बाहर ले आए। बाकी लोग छत के रास्ते पड़ोसियों के घर पहुंचकर सुरक्षित बाहर निकले।
नहीं पहुंच पाई फायर ब्रिगेड की गाड़ी
सुबह साढ़े छह बजे आग की सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड की चार गाड़ियां पहुंचीं। घनी आबादी में संकरे रास्ते की वजह से बड़ी गाड़ी मौके तक नहीं पहुंच पाई। छोटी गाड़ी से आग बुझाने की कोशिश की गई लेकिन आग इतना फैल चुकी थी कि कोशिश नाकाम साबित हो रही थी। बड़ी गाड़ी को आधा किलोमीट दूर खड़ी करके पाइप को नियाज के घर तक लाया गया। सामने के घर से पानी की बौछार करते हुए एक घंटे की मशक्कत से आग पर काबू पाया गया। नियाज का कहना है कि आग से नुकसान का पता लगा रहे हैं लेकिन लाखों की क्षति हुई है।