पति की प्रताडना से क्षुब्ध होकर महिला ने जहर खाकर दी जान
बांदा, मायके में रह रही महिला ने जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी। मायके पक्ष ने पति पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। परिजनों ने कार्रवाई की मांग को लेकर देर शाम जिला परिषद चौराहे पर शव रखकर जाम लगा दिया। सूचना पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट व सीओ सिटी ने रिपोर्ट दर्ज किए जाने का आश्वासन देकर जाम खुलवा दिया। कोतवाली में पिता की तहरीर पर पति के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।
शहर कोतवाली क्षेत्र के पल्हरी गांव निवासी ऊषा (26) अपने मायके शहर के मर्दन नाका लोहार तलैया मोहल्ले में पिछले चार साल से रह रही थी। गुरुवार की देर शाम उसने पति के उत्पीडन से क्षुब्ध होकर जहरीला पदार्थ खा लिया। हालत बिगडने पर उसकी घर में मौत हो गई। मृतका के पिता रामशरण ने बताया कि ऊषा की शादी छह साल पहले पल्हरी गांव के विनोद कुमार प्रजापति के साथ हुई थी। शादी के बाद से पति दहेज में एक बाइक और एक लाख रुपये की मांग कर रहा था। इसी को लेकर चार साल पहले वह ऊषा को उसके मायके में छोड़ गया था। पति उससे तीन साल की मासूम पुत्री श्रृष्टि को भी छीनकर ले गया था।
एक हफ्ते पहले ऊषा श्रृष्टि से मिलने पल्हरी गांव गई थी। वहां पति ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया था। इसी सदमे के चलते उसने जहर खाकर जान दी। परिजनों ने पोस्टमार्टम के बाद शव जिला परिषद चौराहे पर रखकर जाम लगा दिया। जाम की खबर लगने पर सिटी मजिस्ट्रेट राजेश कुमार और सीओ सिटी अंबुजा त्रिवेदी व शहर कोतवाल श्यामबाबू शुक्ला पहुंच गए। जाम तकरीबन एक घंटे तक लगा रहा। शहर कोतवाल ने बताया कि पिता की तहरीर पर आरोपी पति के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। पोस्टमार्टम में कारण स्पष्ट न होने पर बिसरा सुरक्षित किया गया है।