इंदौर के बाल सुधार गृह से आठ बाल दुष्कर्मी हुए फरार
इंदौर के परदेशीपुरा स्थित बाल सुधार गृह से गुरुवार की रात नौ बजे आठ बाल दुष्कर्मी फरार हो गए। इन सभी ने सुनियोजित तरीके से बाल सुधार गृह से भागने की घटना को अंजाम दिया। पहले आठ नाबालिगों में से चार ने सुरक्षा के लिए मौजूद चौकीदार और होमगार्ड जवान को पकड़ लिया और अन्य चार ने आग बुझाने वाले यंत्र से गेट का ताला तोड़ दिया और सभी फरार हो गए।
रतलाम के रहने वाले थे चार आरोपी
आठ बाल दुष्कर्मियों ने बाल गृह में लगे सीसीटीवी कैमरों का स्विच भी बंद कर दिया था। कर्मचारियों द्वारा दी गई सूचना के बाद हीरानगर थाना पुलिस जांच करने पहुंची, लेकिन बाल अपराधियों को पकड़ा नहीं जा सका है। बाल सुधार गृह से भागे नाबालिग आरोपियों में से चार रतलाम के रहने वाले हैं तो वहीं दो भिंड, एक भोपाल और एक इंदौर का रहने वाला है। ये चारों ही आरोपी अलग-अलग आपराधिक मामलों के चलते बाल सुधार गृह में रह रहे थे।
पहले भी हो चुकी है ऐसी घटनाएं
जानकारी के मुताबिक, पहले भी बाल सुधार गृह में ऐसी घटनाएं घटित हो चुकी है। वहां से पहले भी कई नाबालिग रोशनदान की जाली उखाड़कर फरार हो गए थे। जिससे उनकी हिम्मत और बढ़ गई। लेकिन बार-बार घटनाएं सामने आने के बाद भी यहां पर आज तक सुरक्षा के सख्त इंतजाम नहीं किए गए हैं। प्रदेश के कई जिलों के बाल अपचारी परदेशीपुरा स्थित बाल सुधार गृह में रहते हैं। बता दें कि बाल सुधार गृह में बंद आरोपी लूट, डकैती, बलात्कार, चोरी, मारपीट, हत्या सहित अन्य मामलों में लिप्त थे।
बाल सुधार गृह में किशोरों को सुधारने के लिए होता है हर संभव प्रयास
बाल सुधार गृह का निर्माण छोटी उम्र में अपराध की दुनिया में कदम रखने वाले किशोरों को सुधारने के लिए बनाया गया था। ऑब्जरवेशन होम में तैनात अधिकारियों के मुताबिक इन किशोरों को सुधारने के लिए हर संभव प्रयास किए जाते हैं। इन सभी के लिए शिक्षा, काउंसलिंग , गेमर का भी प्रबंध किया जाता है।