योगी सरकार बड़ा तोहफा, अब 60 साल की उम्र में रिटायरमेंट होंगे शिक्षामित्र,1.46 लाख शिक्षामित्रों को मिलेगा लाभ
लखनऊ, उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने लोकसभा चुनाव 2024 से पहले यूपी के प्राथमिक विद्यालय में तैनात शिक्षामित्रों को बड़ा तोहफा दिया है, अब प्रदेश में सामान्य शिक्षकों की तरह 60 साल की उम्र तक अपनी सेवाएं शिक्षा मित्र दे सकेंग। प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा दीपक कुमार ने बताया कि शिक्षामित्रों की संविदा आधारित सेवाएं उनकी 60 वर्ष की आयु होते ही खुद समाप्त जाएगी।
उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक विद्यालयों के संबंध में शिक्षामित्र योजना क्रियान्वयन से संबंधित पूर्व में जारी शासनादेशों को इस सीमा तक संशोधित समझा जाए। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द होने के बाद योगी सरकार ने मानदेय बढ़ाने का फैसला लिया। कैबिनेट में सरकार ने अध्यादेश लाकर शिक्षामित्रों को मानदेय 10 हजार रूपए तय कर दिया। अब शिक्षामित्रों को 10 हजार रुपए मानदेह मिल रहा है। शिक्षामित्रों को अब 11 महीने तक सिर्फ 10 हजार रुपया मानदेय दिया जाता है। उसके बाद उनका फिर से नवीनीकरण कर दिया जाता है।
गौरतलब है कि कि प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की कमी को देखते हुए सरकार ने 1999 में शिक्षामित्रों की भर्ती की थी। शिक्षामित्रों को 3500 रुपए मानदेय दिया जा रहा था। बाद शिक्षामित्रों ने सरकार से स्थाई शिक्षक के रूप में नियुक्त होने के लिए आंदोलन किया। बाद में सपा सरकार ने वरीयता के आधार पर स्थाई शिक्षक नियुक्ति कर दिया। डिग्री धारक अभ्यर्थियों ने इसका विरोध किया। मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा तो स्थाई शिक्षकों की नियुक्ति को रद्द कर दिया। अब 60 साल पूरा करने वाले शिक्षामित्र रिटायरमेंट माने जाएंगे। इसकी अधिसूचना जारी कर दी गई है।