जानिए महाशिवरात्रि से जुड़े ये ख़ास तथ्य

महाशिवरात्रि भारत के पवित्र त्यौहारों में से एक बहुत बड़ा और सबसे महत्वपूर्ण उत्सव है। शिव को आदि गुरु या प्रथम गुरु माना जाता है, और उन्हीं से योगिक परंपरा की शुरुआत हुई थी। हिन्दू पंचांग की मान्यताओं के मुताबिक, हर साल के फाल्गुन माह कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को महाशिवरात्रि पर्व के तौर पर मनाया जाता है। सनातन धर्म की मान्यताओं के मुताबिक, इस दिन देवों के देव महादेव ने माता पार्वती के साथ विवाह किया था।

जानिए महाशिवरात्रि से जुड़े खास तथ्य:-
* महाशिवरात्री के दिन सच्चे हृदय एवम् श्रद्धा भाव से महादेव एवं माता पार्वती की पूजा करते हैं।
* इस दिन प्रातः काल उठकर स्नान कर के तांबे या पीतल के लोटे में दूध लेकर शिवलिंग पर चढ़ाते हैं।
* दूध के अलावा बेलपत्र, धतूरा, मदार के फूल, बेर आदि भी शिवलिंग पर चढ़ाते हैं।
* ऐसा कहा जाता है कि महाशिवरात्रि के दिन अगर अविवाहित कन्याएं व्रत करती हैं एवम् शिवलिंग पर जल या दूध चढ़ाती हैं तो उन्हें मनचाहे वर की प्राप्ति होती है। इस वाक्य के मुताबिक, ज्योतिर्लिंग का प्रादुर्भाव होने से यह पर्व महाशिवरात्रि के तौर पर मनाया जाता है। 
* कुछ कथाओं के आधार पर बोला जाता है कि महाशिवरात्री के दिन चंद्रमा सूर्य के पास होता है अतः इसी वक़्त जीवन रूपी चंद्रमा का सूर्य के रूप में विराजमान शिव से योग-मिलन होता है इसलिए इस दिन शिव जी की आराधना करने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है।
* सत्य ही शिव हैं एवं शिव ही सुंदर है। तभी तो भगवान आशुतोष को सत्यम शिवम सुंदर कहा जाता है। महादेव की महिमा अपरंपार है। महाशिवरात्री के दिन इनकी पूजा करने से दाम्पत्य जीवन में आने वाली परेशानियों से निजात मिलती है और आपस मे प्रेम बढ़ता है।
* महाशिवरात्रि के व्रत को लेकर मान्यता यह भी है की इसे करने के बाद इंसान को मोक्ष की प्राप्ति होती है।

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