Google ने दो भारतीय हैकर्स को दिये 18 लाख रुपये, जानिए वजह…
क्या आपको पता है कि गलती ढूंढने पर भी इनाम दिया जाता है? दो भारतीय हैकर्स गूगल की एक परेशानी के चलते लखपति बन गए. गूगल के बग बाउंटी में एक खामी का पता लगाने के बाद गूगल ने दोनों को 22 हजार डॉलर (करीब 18 लाख रुपये) दिए. बता दें, कंपनी उन लोगों को बाउंटी देती है जो प्रोग्राम में बग की पहचान करते हैं. क्लाउड प्रोग्राम प्रोजेक्ट्स में दोष खोजने के लिए हैकर्स को सम्मान दिया. उन्होंने सर्वर में फॉर्जरी बग दिखा और जिससे उन्हें 5 हजार डॉलर मिले.
हैकर्स ने ढूंढ निकाला बग
केएल श्रीराम और शिवनेश अशोक नाम के हैकर्स ने एक ब्लॉग में कहा कि वो गूगल क्लाइड प्लेटफॉर्म में बग ढूंढने की कोशिश में थे और उन्हें SSH-in-browser नाम के सुविधा में समस्या दिखी. हैकर अशोक ने कहा, ‘यह हमारा पहला कमद था.हम स्वाभाविक रूप से सबसे लोकप्रिय उत्पादों में से एक, कंप्यूट इंजन पर ठोकर खा गए. इसकी खोज करते समय मैंने SSH-in-browser देखा और GCP में एक विशेषता है जो यूजर्स को SSH के माध्यम से ब्राउजर के माध्यम से कंप्यूट इंस्टेंस तक पहुंचने देती है. विजु्ली यह इंटरफेस क्लाउड शेल के समान दिखता है.’
उन्होंने कहा कि यह सुविधा यूजर्स को SSH नाम के प्रोटोकॉल का उपयोग करके अपने ब्राउजर के माध्यम से वर्चुअल मशीन की तरह अपने कंप्यूटर इंस्टेंस तक पहुंचने में मदद करता है. उन्होंने जो परेशानी पाई वो किसी और की वर्चुअल मशीन को केवल एक क्लिक से नियंत्रित करने की अनुमति दे सकता था. जो खतरनाक है.
इस समस्या को ढूंढन में ज्यादा समय नहीं लगा. जब वो बग ढूंढने ही रहे थे तो उनको यह बग नजर आ गया.