भारतीय नौसेना के बेड़े में आईएनएस वागीर हुई शामिल, जानिए खासियत…
भारतीय नौसेना की ताकत में बड़ा इजाफा हुआ है। आज कलवरी श्रेणी की पनडुब्बी INS Vagir को नौसेना में शामिल किया गया। मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (MDL) द्वारा निर्मित आईएनएस वागीर को नौसेनाध्यक्ष एडमिरल आर हरि कुमार की उपस्थिति में कमीशन किया गया है। नौसेना के अनुसार यह पनडुब्बी भारतीय सेना की क्षमता को बढ़ावा देने का काम करेगी और दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देगी। यह खुफिया, निगरानी और टोही (आईएसआर) पर काम करती है।
सतह से सतह पर हमला करने की मिसाइल शामिल
‘वागीर’ का अर्थ सैंड शार्क है, जो किसी को भनक दिए बिना चुपके और निडरता से काम करती है। नौसेना ने कहा कि दुनिया के बेहतरीन सेंसर से लैस, इसके हथियार पैकेज में पर्याप्त वायर गाइडेड टॉरपीडो और सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलें शामिल हैं, जो दुश्मन के बड़े बेड़े तक को मात दे सकती है।
चीन में करेगा डर पैदा
नौसेना ने कहा कि पनडुब्बी में विशेष अभियानों के लिए समुद्री कमांडो को लॉन्च करने की क्षमता भी है, जबकि इसके शक्तिशाली डीजल इंजन गुप्त मिशन के लिए बैटरी को जल्दी से चार्ज कर सकते हैं। नौसेना ने बताया कि आत्मरक्षा के लिए इसमें अत्याधुनिक टारपीडो डिकॉय सिस्टम है। हिंद महासागर में चीनी नौसेना की बढ़ती उपस्थिति के बीच आईएनएस वगीर को शामिल किया गया है।
INS Vagir की यह है खूबियां
आईएनएस वागीर कलवारी क्लास की पांचवी पनडुब्बी है और इसमें कई बड़ी मिसाइल रखी जा सकती है। इसका रडार सिस्टम दुनिया से सबसे बेहतरीन में से एक है और इसकी स्पीड भी अच्छी मानी गई है। 67 मीटर लंबी यह पनडुब्बी पानी के ऊपर 20 किमी और पानी के अंदर 40 किमी की स्पीड से चल सकती है। इसमें एक साथ 50 से अधिक नौसेना के जवान और अधिकारी कोई भी मिशन में शामिल हो सकते हैं।