MP: पचैरा गांव में सरपंच, बेटे, भतीजे और अन्य स्वजनों पर हुई ताबड़तोड़ फायरिंग, जानिए पूरा मामला

मेहगांव के पचैरा गांव में दुश्मनी की आग पंचायत चुनाव के परिणाम आने के बाद से ही भड़क रही थी। वर्तमान सरपंच और समर्थकों द्वारा पूर्व सरपंच के कार्यकाल में हुए निर्माण कार्यों की शिकायतों ने इसमें घी डालने का काम किया। चुनाव के बाद दोनों पक्षों में तीन-चार बार झड़प हो चुकी थी। शनिवार रात भी पूर्व सरपंच और मृतक हाकिम के बीच मुंहवाद हुआ था।

पूर्व सरपंच ने रात में ही चैलेंज किया था, कि वह सुबह उन्हें जिंदा नहीं छोड़ेंगे, लेकिन दूसरे पक्ष ने इसे हल्के में लिया। रविवार को जब हाकिम प्रसाद अपने बेटे, भतीजे और अन्य स्वजनों के साथ खेत पर जा रहे थे तो खाली हाथ थे। इसी का फायदा उठाकर पूर्व सरपंच पक्ष ने रास्ते में घेरकर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। जिससे तीन लोगों की मौत हो गई।

बेटे के सामने की पिता की हत्या, सरसों के खेत में छिपकर बचाई जान

थाने में लिखाई एफआइआर में फरियादी 42 वर्षीय मनोज उर्फ बंटी पुत्र हाकिम प्रसाद त्यागी निवासी ग्राम पचैरा ने बताया कि रविवार सुबह 10 बजे वह पिता हाकिम प्रसाद त्यागी, पिंकू उर्फ धीरेंद्र त्यागी, गुल्लू उर्फ अनुज त्यागी, रवि त्यागी, लोकेश त्यागी के साथ अपने खेत पर जा रहे थे।

जब वह पंचायत भवन के पास पहुंचे, वहां पर पहले से मौजूद निशांत उर्फ बंटी पुत्र नरेन्द्र त्यागी हाथ में रायफल लिए थे। नरेन्द्र त्यागी रायफल, प्रेमसागर पुत्र धनीराम त्यागी अधिया, विवेक त्यागी अधिया, सौरभ त्यागी रायफल, प्रमोद त्यागी कट्टा, जितेन्द्र त्यागी अधिया, गौरव पुत्र अनिल त्यागी कट्टा, अनिल पुत्र सूर्यनारायण त्यागी फरसा, शिवसागर पुत्र जसवंत त्यागी कुल्हाड़ी, प्रशांत उर्फ भोले पुत्र रामकुमार त्यागी, विकास पुत्र कमलेश त्यागी फरसा, रामानंद उर्फ बंटी पुत्र रामसिया त्यागी अधिया, अनूप पुत्र गब्बर त्यागी रायफल, राहुल पुत्र संयम त्यागी रायफल लिए थे।

इन सभी लोगों ने हम सभी लोगों को रोका और चुनावी रंजिशन गालियां देते हुए कहा कि तुम बहुत सरपंची करते हो। बंटी उर्फ निशांत ने बंदूक से गोली मारी जो पिता के सीने में लगी। दूसरी गोली नरेन्द्र त्यागी और तीसरी गोली सौरभ त्यागी ने मारी। पिताजी वहीं गिर गए। राहुल की गोली पिंकू के पेट में लगी। जिससे पिंकू वहीं गिर गए। अनूप त्यागी ने गुल्लू उर्फ अनुज त्यागी के सीने में गोली मारी।

मनोज के मुताबिक फायरिंग के बीच मैं, रवि और लोकेश अपनी जान बचाकर सरसों के खेत में भागकर छिप गए। सभी लोग चिल्ला चिल्लाकर कह रहे थे, कि यह लोग कहां भाग गए। इन्हें भी मारना था।

इसलिए आरोपित पक्ष था नाराज

बताया जाता है, कि पूर्व सरपंच निशांत उर्फ बंटी पहले सरपंच रहे। 2015 में उनकी पत्नी सरपंच बन गईं। 2022 में पचैरा पंचायत अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित होने के कारण पूर्व सरपंच और हाकिम पक्ष ने अपने-अपने प्रत्याशी चुनाव में उतारे थे। चुनाव में हाकिम पक्ष के मायाराम जाटव सरपंच बन गए। चुनाव जीतने के बाद वर्तमान सरपंच ने पुराने कामों की शिकायत आदि करना शुरू कर दी।

इसकी जांच भी प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा की जा रही हैं। इसके अलावा पूर्व सरपंच गांव के मंदिर से लगी करीब 40 बीघा जमीन को भी जोत रहे हैं। इसकी भी शिकायत चल रही है। लगातार शिकायतों के चलते पूर्व सरपंच नाराज चल रहे हैं।

रात में भी हुआ था विवाद

शनिवार रात पूर्व सरपंच बंटी त्यागी और हाकिम पक्ष का किसी बात को लेकर मुंहवाद हुआ था। रात में लोगों ने मामला शांत करा दिया। पूर्व सरपंच ने हाकिम पक्ष को सुबह देख लेने की धमकी दी थी। जिसे हाकिम पक्ष ने हल्के में लिया। यही वजह है कि सुबह जब हाकिम अपने स्वजनों के साथ खेत पर जा रहे थे, तो हथियार आदि नहीं थे।इसी का फायदा उठाकर पूर्व सरपंच ने हमला कर दिया और तीन लोगों की हत्या कर दी।

बीएमओ के नहीं मिलने पर की तोड़फोड़

घटना के बाद स्वजन तीनों लोगों को अस्पताल लेकर आए। यहां डा. प्रेम सिंह गुर्जर ने रिसीव किया। इस दौरान कुछ लोग बीएमओ डा. मनीष शर्मा के आवास पर उन्हें बुलाने गए, लेकिन बीएमओ नहीं मिलने पर वह भड़क गए और खिड़की आदि की तोड़फोड़ कर दी।

इसके बाद स्वजन तीनों को ग्वालियर ले गए। लेकिन मालनपुर पहुंचने पर पता चला कि तीनों की मौत हो चुकी है तो वापस ले गए। थाने के सामने स्वजनों ने शव रखकर जाम लगाने का प्रयास किया। चूंकि घटना की जानकारी मिलते ही एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान मेहगांव पहुंच गए थे। एसपी ने जब जाम की स्थिति देखी तो स्वजनों को समझाइश देकर शव को पीएम के लिए अस्पताल भिजवा दिया।

शाम को हाइवे पर जाम लगाया

पीएम के बाद देर शाम करीब छह बजे स्वजनों ने मेहगांव-मौ स्टेट हाइवे पर जाम लगा दिया। स्वजनों की मांग थी, कि आरोपितों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए। आरोपितों के मकानों पर बुलडोजर चलाया जाए। पीड़ित परिवार को शस्त्र लायसेंस दिए जाएं। अधिकारियों की समझाइश के बाद स्वजन मान गए और शव लेकर गांव के लिए रवाना हो गए।

पचैरा गांव को छावनी बनाया

घटना की सूचना मिलते ही मेहगांव थाना टीआइ वरुण तिवारी मौके पर पहुंच गए थे। एसपी चौहान ने अमायन, भारौली, मौ, गोरमी, बरोही, गोहद, मालनपुर सहित अन्य थानों का फोर्स बुलवा लिया। पुलिस लाइन से 50 से अधिक जवान बुलवा लिए। इसके अलावा दतिया और मुरैना से भी फोर्स बुलवा लिया। एसपी ने पचैरा गांव में छावनी में तब्दील कर दिया। आरोपितों के घरों पर भी फोर्स तैनात किया है।

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