यूपी के संभल में मां को पीटने से रोकने पर कलयुगी पिता ने बेटे का गला दबाकर की हत्या
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में मां को पीटने से रोकने पर कलयुगी पिता ने मासूम बेटे को गला दबाकर मौत के घाट उतार दिया और शव को गन्ने के खेत में फेंक दिया। इसके बाद पिता ने बेटे के गुमशुदा होने की सूचना थाने में दी थी। दो दिनों तक उसने पुलिस को भ्रमित किया। जिसके बाद पुलिस ने CCTV फुटेज के आधार पर पिता को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने हत्या की बात कबूल कर ली। पिता ने बताया कि उसने ही बेटे को जूते के फीते से गला दबाकर मार डाला है। वहीं, शव मिलने के बाद मौके पर पहुंची फॉरेसिंक टीम जांच में लग गई है।
रिपोर्ट के अनुसार, ये मामला सैजनी का है। धर्मेंद्र का छोटा बेटा रजत उर्फ टिल्लू (6) आंगनबाड़ी में पढ़ता था। 4 जनवरी की दोपहर 12 बजे घर से बाहर खेलते वक़्त वह लापता हो गया था। पिता की शिकायत के बाद कोतवाली पुलिस गुरुवार को छानबीन में जुट गई। सीओ दीपक तिवारी गांव पहुंचकर परिजनों से पूछताछ की, तो पिता धर्मेश ने बताया कि वह बेटे को अपने साथ खेत तक ले गया था और बेटा वहीं छुट गया था। पुलिस ने पंचायत भवन पर लगा CCTV कैमरा देखा, तो उसमें धर्मेंश अपने बेटे को पीटते हुए खेत की तरफ ले जाते दिखा। जब पुलिस ने खेत में छानबीन की, तो गांव के ही सियाराम के गन्ने के खेत में रजत का शव मिला और उसके गले पर निशान थे। फॉरेंसिक टीम को बुलाकर सैंपल लिए गए। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। इंस्पेक्टर सत्येंद्र सिंह पवार ने बताया कि जब धर्मेंश को हिरासत में लेकर सख्ती से सवाल-जवाब किए गए, तो उसने हत्या की बात स्वीकार कर ली।
हत्यारोपी पिता धर्मेश अपने बेटे के लापता होने की रिपोर्ट नहीं दर्ज करवाना चाहता था। पत्नी सीता के अनुसार, 4 जनवरी को उसकी ननद घर आई थीं। जब ननद ने रजत के बारे में सवाल किया, तो लापता होने की बात पता चली। जिसके बाद ननद ने घर जाकर ये बात मायके वालों से बताई। इस पर 5 जनवरी को सीता के मायके वाले आ गए और धर्मेश पर गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाने का दबाव डालने लगे।