Gaya: यहां मिलता है 10 रुपए में भरपेट खाना, कुछ लोगों के लिए बिल्कुल फ्री

गयाः महंगाई के इस दौर में खुद का पेट पालना भी मुश्किल हो रहा है. ऐसे में दूसरों के बारे में सोचना काफी मुश्किल काम है. ऐसे समय में गया के समाजसेवी गयाजी अन्नापूर्णा रसोई के माध्यम से भूखों को भोजन करा रहे हैं. जो दो,चार, दस नहीं बल्कि 1 हजार लोगों को रोजाना एक समय का भरपेट भोजन खिला रहे हैं.

10 रुपए में खाने की कोई भी चीज आपका पेट नहीं भर सकती, लेकिन इनके द्वारा 10 रुपए में भरपेट खाने की व्यवस्था गरीबों के लिए की जा रही है. रविवार को छोड़कर बाकि सप्ताह के सभी दिन शहर के जीबी रोड स्थित आनंदी माई मंदिर के पास यह रसोई संचालित की जा रही है.

ये है रसोई का पता

गया शहर शहर के जीबी रोड स्थित अन्नपूर्णा रसोई को शहर के बड़े कारोबारी और समाज सेवियों द्वारा संचालित किया जा रहा है. जहां सभी लोगों के लिए महज 10 रुपए में भरपेट भोजन दिया जाता है. भोजन में दाल, चावल, चार रोटी और सब्जी शामिल होते हैं. टैंट के नीचे चल रहे इस भोजनालय में सुबह साढ़े 10 बजे से शाम तक भीड़ लगी रहती है. लोग यहां पर बड़े चाव के साथ भोजन करते किसी भी समय मिल जाएंगे. यह रसोई शहर में काम करने वाले मजदूर वर्ग के लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है. इतना ही नहीं साधू संत, गरीब असहाय, दिव्यांग लोगों के लिए तो यहां निःशुल्क भोजन की व्यवस्था है.

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रोजाना एक हजार जरूरतमंदों को खिलाया जाता है भोजन

अन्नपूर्णा रसोई में खाना पकाने से लेकर बर्तनों की साफ-सफाई के लिए 15-20 कर्मचारी तैनात किए गए हैं. रोटी बनाने के लिए आधुनिक मशीनें लगाई गई हैं. आटा गूंथने से लेकर रोटी सेकने का काम मशीनों द्वारा ही किया जाता है. रसोई के साफ-सफाई को लेकर भी विशेष ध्यान रखा जाता है. साफ-सफाई के लिए अलग से कर्मी रखे गए हैं. 30 जुलाई को गयाजी अन्नापूर्णा रसोई की शुरुआत की गई थी. तब से रोजाना यहां 800-1000 जरुरतमंद लोग खाना खाते हैं. ठेला रिक्शा चलाने वाले, छात्र, मरीजों का इलाज कराने आए परिजन भी इस रसोई का लुत्फ उठाते हैं.

असहाय लोगों को फ्री खाना

ठेला चालक जयकुमार बताते हैं कि पिछले दो महीने से यहां भोजन कर रहे हैं. मंहगाई के इस दौर में 10 रुपए में भोजन मिल रहा है. इससे बड़ी बात और क्या हो सकती है. वह रोजाना इसी रसोई में खाना खाने आते हैं, जिसमें दाल चावल रोटी और सब्जी दिया जाता है. वहीं रसोई के मैनेजर संजीत कुमार बताते हैं कि शहर के कारोबारी डालमिया के द्वारा यह रसोई चलाई जा रही है. जिसमें 10 रुपए में भरपेट भोजन मिलता है. जुलाई महीने में इसका शुभारंभ हुआ है. तब से रोजाना 800-1000 लोगों के लिए भोजन तैयार किया जाता है. जरुरतमंद लोग यहां भोजन करते हैं. गरीब असहाय दिव्यांग तथा साधू संत को यहां निशुल्क भोजन दिया जाता है.

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