ठंड और पॉल्यूशन की वजह से आ सकता है हार्ट अटैक ऐसे करे बचाओ
दिल्ली : दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के बीच बीमारियों ने लोगों को घेर लिया है, जैसे-जैसे तापमान में गिरावट आ रही है, वैसे वैसे बीमारियां पनपती जा रही है. अब हाल ऐसा हो गया है कि खराब हवा का असर फेफड़े के इलावा लोगों के दिल और पाचन तंत्र पर भी पड़ रहा है. एक तरफ ठंड और दूसरी तरफ़ ख़राब हवा यह दोनों हाय सेहत पर काफी असर डाल रही हैं.
हाल ही में देखा जा रहा है कि ठंड में हार्ट अटैक के मामले बढ़ते जा रहे हैं. इसका मुख्य कारण यह है की ठंड में नसें ज्यादा सिकुड़ती हैं और सख्त बन जाती हैं नसों को गर्म और सक्रिय रखने के लिए खून का बहाव तेज होता है, इससे रक्तचाप भी बढ़ जाता है. रक्तचाप बढऩे पर यदि दिल की धमनियों में कहीं भी रुकावट होती है तो हार्ट अटैक की आशंका बढ़ जाती है. अभी कुछ दिन ही ठंड पड़ी लेकिन सामान्य दिनों की तुलना में युवाओं में हार्ट अटैक के मामलों में बढ़ोतरी हो गई है.
प्रदूषण भी है बड़ा कारण
डॉक्टर अश्वनी ने कहा की प्रदूषण की वजह से सेहत पर प्रभाव पड़ रहा है और ऐसा इसलिए भी हो रहा है क्यों कि घातक केमिकल, कार्बन और बैक्टीरिया गले के रास्ते पेट तक पहुंचते हैं, जिससे आंतो में सूजन, पेट में दर्द, गैस्ट्रोएंटेराइटिस के अलावा वायरल डायरिया का खतरा बढ़ गया है. आपको यह जान कर हैरानी होगी कि ठंड में हार्ट अटैक के मामले बढ़ाने का कारण ठंड के साथ-साथ प्रदूषण भी है.
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कैसे करें बचाव
डॉक्टर शुभांक ने कहा कि इस वक्त बचाव के लिए ज्यादा पानी का सेवन करें, नमक का प्रयोग कम कर दें. यदि उच्च रक्तचाप की दवा चल रही है तो डाक्टर से जरूर संपर्क कर लें, सूरज निकलने पर ही टहलने जाएं, धूमपान न करें अच्छा खाए और मुस्कुराते रहें.- डॉक्टर प्रिया का कहना है कि जीवनशैली में बदलाव करें. यह याद रखें जिंदगी न मिलेगी दोबारा, खान-पान संतुलित रखें, पिज्जा-बर्गर, चाट-पकौड़ी, धूमपान- शराब का सेवन ना करें. 30 वर्ष की उम्र के बाद रक्तचाप की जांच ज़रूर कराएं.