मैनपुरी उपचुनाव: अखिलेश बोले- ‘UP के दोनों उपमुख्यमंत्रियों को योगी काम नहीं करने दे रहे’
मैनपुरी : उत्तर प्रदेश में हो रहे उपचुनाव को लेकर चुनाव प्रचार का शोर आज शाम 5 बजे से थम जाएगा, क्योंकि चुनाव प्रचार का आज आखिरी दिन है. ऐसे में सपा गठबंधन और बीजेपी के दिग्गज नेताओं ने अपने-अपने प्रत्याशियों की जीत के लिए प्रचार-प्रसार में पूरी ताकत झोंक दी है.
बता दें कि मैनपुरी लोकसभा, रामपुर और खतौली विधानसभा उपचुनाव के तहत इन सभी तीनों सीटों पर 5 दिसंबर को वोटिंग होगी और 8 दिसंबर को इन उपचुनावों के परिणाम आएंगे.
अखिलेश यादव मैनपुरी में सपा उम्मीदवार और पत्नी डिंपल यादव के लिए जमकर प्रचार-प्रसार में जुटे हैं. चुनाव प्रचार के शोर के बीच शनिवार को समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने यूपी तक से खास बातचीत की है.
अखिलेश यादव ने यूपी तक से बातचीत में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि योगी, यूपी के दोनों उपमुख्यमंत्रियों को काम नहीं करने दे रहे.
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अखिलेश ने अपने दिवंगत पिता मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) को याद करते हुए कहा कि मैनपुरी नेताजी का क्षेत्र है. यहां की जनता का जुड़ाव नेताजी से बरसों का रहा है. वह सुख-दुख में जनता के साथ रहे हैं.
अखिलेश ने कहा कि मैनपुरी लोकसभा में लगातार सपा कार्यकर्ता पर प्रेशर बनाया जा रहा है. कल रात से सपा के बूथ एजेंटों को उठाना भी शुरू कर सकते हैं, जिससे सपा के वोट काम किए जा सके.
प्रदेश के दोनों डिप्टी सीएम को सीएम पोस्ट ऑफर करने से जुड़े सवाल पर अखिलेश ने कहा, “दोनों डिप्टी सीएम जब भी अपने लोगों के साथ बैठते हैं वह कुछ काम करना चाहते हैं. एक डिप्टी सीएम (बृजेश) स्वास्थ्य विभाग को बेहतर करना चाहते हैं लेकिन मुझे लगता है कि मुख्यमंत्री उन्हें काम नहीं करने दे रहे हैं. दूसरे डिप्टी सीएम (केशव) का सपना बहुत पुराना था, उनका विभाग कुछ और था और अब जो विभाग है उसमें कुछ बजट नहीं है.”
अखिलेश ने कहा कि सरकार को बताना चाहिए था कि उन्हें क्या बजट मिला और उन्होंने क्या सुधार किया. मैनपुरी उनके लिए ऐसा क्षेत्र है जिसमें कोई बजट नहीं भेजना है.
अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव को लेकर अखिलेश ने कहा कि यह सीबीआई-ईडी अब पीछे लगेगी ही, बीजेपी नेता कहते थे कि गंगा के पानी को साफ कर देंगे कि आर-पार दिखाई देगा. बीजेपी को तकलीफ यह है कि या रिवरफ्रंट साबरमती से बेहतर कैसे बन गया है.
अखिलेश ने आगे कहा कि रिवरफ्रंट कैबिनेट का फैसला था, जो आपत्तियां थीं उन्हें दूर किया गया. अगर कोई इंजीनियर संलिप्त थे तो उनके खिलाफ जांच चल रही है. आप कैसे अपने आप से ईडी-सीबीआई कर सकते हो, कैबिनेट के फैसलों पर ईडी-सीबीआई होने लगा तो आपके एक भी फैसले नहीं बचेंगे. बुंदेलखंड और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की ईडी, सीबीआई कब होगी जिनमे गड्ढों में गिरकर लोग चोटिल हुए और मरे?