Varanasi: नए कमिश्नर ने चार्ज लेने से पहले ‘काशी के कोतवाल’ के सामने सिर झुकाया, जानें अनोखी परंपरा
वाराणसी: आईपीएस ए सतीश गणेश के ट्रांसफर के बाद वाराणसी (Varanasi) के दूसरे नए पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन (IPS Mutha Ashok Jain) ने गुरुवार को अपना चार्ज संभाला. पुलिस कमिश्नर का चार्ज लेने से ठीक पहले वह काशी के कोतवाल कहे जाने वाले बाबा काल भैरव (Kaal Bhairav) के दरबार पहुंचे और मन्दिर में मत्था टेक बाबा का आशीर्वाद लिया. विधिवत पूजन अर्चन के बाद वह काशी विश्वनाथ मंदिर भी गए. इस दौरान उनके साथ जॉइंट पुलिस कमिश्नर भी मौजूद रहे.
मान्यता है कि काशी के कोतवाल काल भैरव ही नगर के दंडाधिकारी हैं और वो ही यहां सभी सिस्टम चलाते हैं. इसी वजह से जो भी अफसर काशी में नियुक्त किया जाता है, वह सबसे पहले यहां आकर बाबा के दरबार में हाजिरी लगाता है. फिर बाबा से प्रार्थना करने के बाद ही वह चार्ज संभालता है. आईपीएस मुथा अशोक जैन ने भी इसी परम्परा का निर्वहन किया.
थानेदार की कुर्सी पर विराजते हैं काल भैरव
काशी में जिस जगह काल भैरव का मंदिर है, उसके चंद कदमों की दूरी पर कोतवाली थाना है. यहां आज भी कोतवाल की कुर्सी पर थानाध्यक्ष नहीं बल्कि काल भैरव की तस्वीर विराजती है. यहां का थानेदार हर रोज इस तस्वीर को प्रणाम करके ही दिन के कामकाज की शुरूआत करता है. पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक काशी में यम यातना नहीं बल्कि भैरव यातना मिलती है. यहां रहने वाले लोगों के अच्छे और बुरे काम का लेखा जोखा काल भैरव रखते हैं और फिर मनुष्य के कर्मों के मुताबिक उन्हें फल देते हैं.
CM और PM भी लेते हैं आशीर्वाद
बाबा की महिमा ही ऐसी है कि सिर्फ अफसर ही नहीं बल्कि नेता भी उनके चरणों में वंदन करते हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वाराणसी दौरे पर जब आते हैं, तो वह यहां आकर मत्था टेकते हैं. बाबा के दर्शन पूजन के बाद ही वह काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन को जाते हैं. बताते चलें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस मंदिर में मत्था टेक चुके हैं.