चुनाव से पहले मध्यप्रदेश में जोड़-तोड़ की राजनीति : नेता प्रतिपक्ष ने किया बड़ा दावा
भोपाल : मध्यप्रदेश में साल 2018 में विधानसभा चुनाव हैं. चुनाव से पहले ही दल बदल और जोड़तोड़ की सियासत को लेकर राजनीति गरमाई हुई है. दलबदल की चर्चा और दावे जोरों पर हैं. कांग्रेस कह रही है बीजेपी में टूट-फूट होने वाली है और बीजेपी कह रही है 2020 का इतिहास फिर दोहराएगा. कांग्रेस में फिर बड़ा दलबदल होगा.
मध्यप्रदेश में साल 2018 में विधानसभा चुनाव हैं. विधानसभा चुनाव से पहले ही दलबदल और जोड़तोड़ की सियासत को लेकर राजनीति गरमाई हुई है. कांग्रेस पार्टी भाजपा विधायकों के संपर्क में होने का दावा कर रही है. दूसरी तरफ भाजपा कह रही है कांग्रेस से फिर बड़ी संख्या में नेता पार्टी छोड़कर कांग्रेस में आएंगे.
जोड़ तोड़ की सियासत
नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने जोड़-तोड़ की सियासत पर कहा कि भाजपा सिद्धांतों और रीति नीति से दूर है. षड्यंत्र रचना, झूठ पर ही इस पार्टी की नींव डली है.डूबती हुई नाव में कांग्रेस का कार्यकर्ता या आम आदमी आदमी बैठना नहीं चाहेगा. भारतीय जनता पार्टी की नाव डूबने वाली है. कांग्रेस का कोई भी विधायक भाजपा में नहीं जा रहा है. भाजपा के विधायक हमारे नेताओं के संपर्क में हैं. भाजपा के किसी भी विधायक को कांग्रेस में नहीं लिया जाएगा.सिद्धांत हीन और खरीद फरोख्त वाले विधायकों का पार्टी में कोई स्थान नहीं है.
कांग्रेस की सुपारी
भाजपा विधायकों के कांग्रेस के संपर्क में होने के दावे पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसा है. उन्होंने कहा-कमलनाथ जी जब- जब बोलते हैं तब तक कांग्रेस टूट जाती है. जब पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस में बैठाया,कांग्रेस की सरकार ही चली गई. उप चुनाव के समय में बोला-पूरी पार्टी बैठ गई. राष्ट्रपति चुनाव के पहले बोला तो 17 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर दी. राहुल बाबा और कमलनाथ जी ने कांग्रेस की सुपारी ले रखी है. यह दोनों ही कांग्रेस को निपटा कर मानेंगे. नरोत्तम मिश्रा ने कहा विधायकों को तोड़ने की शुरुआत कमलनाथ ने की थी. शुरुआत आप करो और आप चाहोगे हम जवाब भी ना दें ऐसा कैसे संभव है.
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जल्द हो सकते हैं चुनाव
कांग्रेस के पूर्व मंत्री लाखन सिंह पटेल ने बयान देकर मध्यप्रदेश में सियासत गरमा दी है. पूर्व मंत्री ने कहा था कि आप सब तैयारी में जुट जाओ, क्योंकि मध्यप्रदेश में जल्दी चुनाव हो सकते हैं. इन्ही अटकलों के बीच भारतीय जनता पार्टी भी दावा कर रही है कि एक तरफ राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा लेकर मध्य प्रदेश पहुंच रहे हैं, वहीं इन्हीं सबके बीच कांग्रेस तोड़ो की तैयारी हो रही है. मध्य प्रदेश में राष्ट्रपति चुनाव के समय क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों के भारतीय जनता पार्टी में जाने के दावे किए जा रहे हैं. दूसरी तरफ चुनाव से पहले कांग्रेस सरकार से नाराज चल रहे विधायकों की नाराजगी को भुनाने में लगी हुई है.