बाबा रामदेव की दवाइयों के उत्पादन पर रोक हटी, आयुर्वेद विभाग ने गलती मान वापस लिया आदेश

हरिद्वार : उत्तराखंड आयुर्वेद विभाग द्वारा स्वामी रामदेव की दिव्य योग फार्मेसी के कुछ उत्पादों पर रोक लगाने के आदेश जारी करने पर पतंजलि की ओर से कड़ी नाराजगी जाहिर की जा रही है. पतंजलि योगपीठ की ओर से जारी बयान में इसे आयुर्वेद और ऋषि परंपरा को कलंकित करने वाला कदम बताया. साथ ही कहा कि कुछ लोग पतंजलि और दिव्य फार्मेसी को बदनाम करने के लिए गलत भावना से काम कर रहे हैं. हालाकि आयुर्वेद विभाग के लाइसेंस अधिकारी ने संशोधित आदेश जारी कर उत्पादन पर लगी रोक हटा दी और रोक लगाने वाले आदेश को गलती से जारी हुआ आदेश बताया.

क्या है मामला?
दरअसल केरल के एक डॉक्टर की शिकायत पर आयुर्वेद विभाग के लाइसेंस अधिकारी जीसीएस जनपांगी ने दिव्य फार्मेसी को नोटिस जारी करते हुए फार्मेसी के कुछ उत्पादों को लेकर जवाब मांगा था. इसके साथ ही फार्मेसी की 5 दवाओं के उत्पादन पर भी रोक लगा दी थी. दिव्य फार्मेसी के द्वारा आपत्ति जताने के बाद शनिवार को लाइसेंस अधिकारी ने संशोधित आदेश जारी करते हुए इसे विभागीय गलती माना और दवाइयों के प्रोडक्शन पर लगी रोक हटा दी. इसके साथ ही फार्मेसी को जवाब देने के लिए दिया गया एक सप्ताह का समय बढ़ाकर 15 दिन कर दिया.

आचार्य बालकृष्ण ने जताई नाराजगी
दरअसल दिव्य फार्मेसी पतंजलि योगपीठ की ही सिस्टर कंपनी है, जिसके महामंत्री आचार्य बालकृष्ण हैं. दिव्य फार्मेसी को जारी नोटिस पर आचार्य बालकृष्ण ने कड़ी आपत्ति जताई और कहा कि पतंजलि योगपीठ ने योग और आयुर्वेद रिसर्च के क्षेत्र में विश्व में कीर्तिमान स्थापित किया है. लेकिन कुछ अयोग्य अधिकारियों की कमी के चलते आयुर्वेद और ऋषि परंपरा कलंकित हो रही है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग पतंजलि योगपीठ और दिव्य फार्मेसी को बदनाम करने की नियत से काम कर रहे हैं.

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker