दोस्त का दावा ‘श्रद्धा को पीटता था आफताब, वह उसके साथ खत्म करना चाहती थी रिश्ता’
महाराष्ट्र की रहने वाली श्रद्धा वाकर जिस आफताब के साथ रहने के लिए अपने परिवार से भी दूर हो गई थी। उसी आफताब ने उसे टॉर्चर करना शुरू कर दिया था। मौत से पहले श्रद्धा ने अपने कुछ दोस्तों को बताया था कि आफताब उसे पीटता है और अब वह इस रिलेशन को खत्म करना चाहती है।
दिल्ली के महरौली इलाके में अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वाकर की गला घोंटकर कथित रूप से हत्या कर उसके शव के 35 टुकड़े करने वाले ठिकाने लगाने वाले आफताब के बारे में श्रद्धा के दोस्तों ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। जानकारी के अनुसार, आफताब ने एक शातिर अपराधी की तरह न केवल श्रद्धा की हत्या की, बल्कि उसके शव के 35 टुकड़े कर अलग-अलग जगहों पर फेंक दिए थे।
महाराष्ट्र के पालघर में रहने वाले श्रद्धा के दोस्त रजत शुक्ला ने बताया कि श्रद्धा और आफताब 2018 से रिलेशनशिप में थे। शुरू में दोनों खुशी-खुशी रहने लगे, फिर शारदा ने बताया कि आफताब उसे पीटता है और वह उसे छोड़ना चाहती थी, लेकिन वह ऐसा नहीं कर सकी। वे नौकरी के लिए दिल्ली चले गए थे।
पालघर में रहने वाले श्रद्धा के एक और दोस्त लक्ष्मण नादिर ने कहा कि मैं जुलाई से ही श्रद्धा को लेकर चिंतित था क्योंकि उसकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया था। उसका फोन भी स्विच ऑफ था। उसके अन्य दोस्तों से उसके बारे में पूछताछ करने के बाद, मैंने उसके भाई को इस बारे में सूचित किया और हमने पुलिस से संपर्क किया था।
वहीं, दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि दिल्ली पुलिस श्रद्धा के अन्य दोस्तों से संपर्क करने का प्रयास कर रही है। आफताब के सोशल मीडिया अकाउंट को स्कैन किया जा रहा है। उनके पिछले संबंधों का विश्लेषण किया जाना है। श्रद्धा के साथ रिलेशनशिप से पहले उससे मिले उसके 4 दोस्तों से संपर्क किया जाएगा।
महिला आयोग ने की कड़ी सजा की मांग
श्रद्धा मर्डर केस पर राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि ये घटना बहुत भयानक है। महिला आयोग ने पुलिस से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। मामले की उचित जांच होनी चाहिए और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आरोपी को कड़ी सजा दी जानी चाहिए।
लिव-इन पार्टनर की हत्या कर, शव के 35 टुकड़े कर अलग-अलग जगह फेंके
जानकारी के अनुसार, शादी के लिए दबाव बनाने पर आफताब अमीन पूनावाला ने अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा की गला घोंटकर कथित रूप से हत्या कर दी थी, उसके शव के करीब 35 टुकड़े कर उन्हें लगभग तीन सप्ताह तक 300 लीटर की क्षमता वाले फ्रिज में रखा एवं एक के बाद एक कर उन्हें राजधानी के अलग-अलग हिस्सों में फेंक दिया था।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आफताब की गिरफ्तारी के बाद यह नृशंसा घटना छह माह बाद सामने आई। उनके अनुसार महिला के शव के कटे हुए कुछ हिस्से मिले हैं तथा पुलिस हत्या में प्रयुक्त हथियार तलाश रही है।
आरोपी आफताब, जो एक ट्रेंड शेफ है, वह अपराध करने के छह महीने तक बचता रहा। पूछताछ में उसने बताया कि हत्या को अंजाम देने के बाद वह उसी घर में रह रहा था, जहां वे दोनों साथ रहते थे। उससे पूछताछ में हत्या का ब्योरा सामने आने के बाद शनिवार की सुबह उसे गिरफ्तार किया गया।
बदबू को दबाने के लिए जलाता था अगरबत्ती
आफताब ने जांच के दौरान पुलिस को बताया कि शादी को लेकर हुए झगड़े के बाद उसने श्रद्धा वाकर की हत्या की और उसके शरीर को टुकड़ों में काटने का विचार उसे एक अमेरिकी वेब सीरीज ‘डेक्सटर’ से आया था। आरोपी ने शव के कटे हुए हिस्सों को रखने के लिए 300 लीटर वाला एक फ्रिज खरीदा तथा शव से आने वाली बदबू को दबाने के लिए अगरबत्तियों एवं रूम फ्रेशनर का उपयोग किया।
पुलिस ने कहा कि आधी रात को पॉली बैग में शरीर के अंगों को पैक करके बाहर निकलने वाले आरोपी आफताब ने सावधानीपूर्वक इस आधार पर योजना बनाई कि शरीर का कौन सा हिस्सा जल्द से जल्द सड़ना शुरू हो जाता है और इसी के अनुसार शव के हिस्सों को ठिकाने लगाया।
13 टुकड़े बरामद
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, आरोपी ने जिन इलाकों में शव के टुकड़ों को फेंकने की जानकारी दी, वहां से 13 टुकड़े बरामद किए गए हैं, लेकिन फॉरेंसिक जांच के बाद ही पुष्टि हो सकेगी कि क्या ये टुकड़े श्रद्धा से जुड़े हैं। पुलिस को अभी तक हत्या में इस्तेमाल किया गया हथियार नहीं मिला है।
श्रद्धा के दोस्तों से ऑनलाइन करता था चैट
हत्या के बाद के अगले कुछ हफ्तों तक, आफताब ने कथित तौर पर महिला के दोस्तों के साथ उसके सोशल मीडिया अकाउंट का उपयोग करके बातचीत की ताकि कोई संदेह पैदा न हो। श्रद्धा वाकर अपने परिवार से बात नहीं कर रही थी, क्योंकि उन्होंने उनके रिश्ते पर आपत्ति जताई थी।
पीड़िता के पिता ने मुंबई में सितंबर में शिकायत दर्ज कराई जब उसके दोस्तों में से एक ने उन्हें बताया कि श्रद्धा के फोन पर पिछले दो महीने से संपर्क नहीं हो पा रहा है और आफताब ने दावा किया है वे कुछ समय पहले अलग हो गए थे।
दोनों मई में आए थे दिल्ली
एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई में एक कॉल सेंटर में काम करने के दौरान आफताब और श्रद्धा को एक दूसरे से प्यार हुआ, लेकिन जब उनके परिवारों ने दोनों के अलग-अलग धर्म होने के कारण इस रिश्ते का विरोध किया तब यह दोनों इसी साल मई में दिल्ली के महरौली आ गए थे।
Shraddha murder case | Palghar: I was worried about Shraddha since July as there wasn't any reply from her side. Her phone was switched off too. After enquiring about her among her other friends,I informed her brother & we approached police: Laxman Nadir,Shraddha's friend (14.11) pic.twitter.com/u5mpA8QgVr
— ANI (@ANI) November 14, 2022
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त-प्रथम (दक्षिण जिला) अंकित चौहान ने बताया कि मध्य मई में शादी को लेकर दोनों के बीच कहासुनी हुई, जो काफी बढ़ गई तथा आफताब ने श्रद्धा की हत्या कर दी। उन्होंने कहा कि फिर, आरोपी ने शव के 35 से अधिक टुकड़े किए। उसने शव के इन टुकड़ों को रखने के लिए फ्रिज खरीदा तथा ढेर सारी अगरबत्तियां एवं रूम फ्रेशनर खरीदा। वह कई दिनों तक शहर के अलग-अलग हिस्सों में इन टुकड़ों को फेंकता रहा। वह शव के इन टुकड़ों को फेंकने के लिए आधी रात को निकला करता था।
चौहान ने बताया कि आफताब के साथ अपने रिश्ते को लेकर मतभेद के चलते श्रद्धा की अपने परिवारवालों से ठीक से बातचीत भी नहीं होती थी। मुंबई में श्रद्धा के पिता द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में आरोप लगाया गया है कि आफताब श्रद्धा के साथ मारपीट करता था और उसने पहले यह बात अपने परिवार को बताई थी।
चौहान ने कहा कि श्रद्धा के पिता ने आरोपी को फोन किया तब उन्हें बताया गया कि दोनों कुछ समय पहले अलग हो गए। अपनी बेटी से संपर्क नहीं कर पाने पर उन्होंने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस के अनुसार आरोपी को पांच दिनों के लिए हिरासत में लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है। शिकायत मिलने के बाद, मुंबई पुलिस ने दिल्ली में उसकी लास्ट लोकेशन का पता लगाया और आफताब को भी बुलाया, जिनके विरोधाभासी बयानों ने संदेह पैदा किया।
मुंबई पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुंबई पुलिस ने आफताब और श्रद्धा का कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) निकाला और पाया कि उसका मोबाइल मई से बंद था। फिर हमने आफताब को बुलाया और उससे पूछताछ की और उसका बयान भी दर्ज किया गया। अधिकारी ने कहा कि उसने पहले कहा कि वे दिल्ली के छतरपुर इलाके में रहते थे, लेकिन मई में वह उनके बीच कुछ लड़ाई के बाद वहां से चली। जब मानिकपुर पुलिस को उसके बयान में कुछ विरोधाभास लगा, तो उसने दिल्ली पुलिस को सूचित किया और उसकी सारी डिटेल उन्हें हस्तांतरित कर दी।
आठ नवंबर को मुंबई पुलिस ने महरौली थाने में श्रद्धा के लापता होने की सूचना दी थी। जांच के दौरान आफताब के आवास पर छापेमारी की गई और उसे हिरासत में ले लिया गया।