UK कोर्ट ने आर्म्स डीलर संजय भंडारी के प्रत्यर्पण को दिखाई हरी झंडी, लाया जाएगा भारत

यूनाइटेड किंगडम में वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने विवादास्पद हथियार डीलर संजय भंडारी के भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा जांच की जा रही मनी लॉन्ड्रिंग मामले में संजय भंडारी के प्रत्यर्पण का आदेश दिया गया है। संजय भंडारी पर आरोप है कि उन्होंने कुछ डिफेंस डील में रिश्वत ली है। ईडी ने आयकर अधिकारियों द्वारा अदालत में आरोपी संजय भंडारी के खिलाफ काला धन (अघोषित विदेशी आय और संपत्ति) और अधिरोपण अधिनियम, 2015 के तहत  एक शिकायत के बाद अपनी जांच शुरू की थी।

इससे पहले, दिल्ली की एक अदालत ने ईडी को ब्रिटेन से संजय भंडारी के प्रत्यर्पण में तेजी लाने का निर्देश दिया था। ईडी ने 1 जून, 2020 को संजय भंडारी और अन्य सह-साजिशकर्ताओं के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी, जिसमें उनके द्वारा विदेशी अधिकार क्षेत्र में बनाई गई विभिन्न कंपनियां भी शामिल थीं। यह पता चला था कि आरोपी संजय भंडारी ने करों से बचने के लिए अपने सहयोगियों की मदद से विदेशों में काला धन जमा किया था, जिससे राष्ट्रीय खजाने को भारी वित्तीय नुकसान हुआ था। सूत्रों के अनुसार आयकर विभाग की जांच में रॉबर्ट वाड्रा और संजय भंडारी के बीच संबंध स्थापित हुए थे। रॉबर्ट वाड्रा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई हैं।

भारत को 500 गीगावॉट की स्वच्छ ऊर्जा क्षमता हासिल करने के लिए 300 अरब डॉलर के रणनीतिक निवेश की जरूरत

अक्टूबर 2016 में आयकर विभाग के अधिकारियों ने उनके आवास पर छापे के बाद भंडारी कथित तौर पर भारत से भाग गए थे। उनके खिलाफ लुक आउट नोटिस भी जारी किया गया था। छापे के दौरान रक्षा मंत्रालय के गोपनीय दस्तावेज पाए गए थे, जो ये संकेत दे रहे थे कि आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम का संभावित उल्लंघन हुआ है। 

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker