रानू सबको कर गयी गमगीन : 100 ज्यादा साड़ियां ओढ़ाकर निकाली अंतिम यात्रा, हर आंख थी नम
शाजापुर : मध्य प्रदेश में पशु प्रेम की अनूठी मिसाल देखने को मिली. शाजापुर में एक गाय की मौत सबको गमगीन कर गयी. नाम रानू था. वो पूरे मोहल्ले की दुलारी थी. उसकी जब मौत हुई तो पूरे मोहल्ले में शोक छा गया. अंतिम विदाई हुई तो बच्चों से लेकर बड़े तक सभी गमगीन थे. रानू की अंतिम विदाई पर फूल मालाओं के साथ 100 से ज्यादा साड़ियां भेंट की गईं. ढोल-ढमाकों के साथ उसकी अंतिम यात्रा निकाली गई.
रानू नाम की गाय शाजापुर के लक्ष्मी नगर इलाके में लंबे समय से रह रही थी. इस गाय का पालन पोषण भंवरलाल खींची कर रहे थे, लेकिन पूरा मोहल्ला रानू को बेहद प्यार करता था. कोई इस गाय को मां मानता था तो कोई बेटी. हर सुबह लोगों को अपने दरवाजे पर रानू का इंतजार रहता था.
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गाय ने पूरे जीवनकाल में 12 बछड़ों को जन्म दिया
रानू को कोई रोटी देता था तो कोई हरी सब्जियां. छोटे से लेकर बड़े तक सभी लोग उसे दुलार करते थे. रानू भी ममतामई मां की तरह उनसे प्रेम करती. अक्सर जानवरों से लोग दूरी बनाते हैं उन्हें डर रहता है कि कहीं गाय मार ना दे, लेकिन रानू ने कभी किसी को चोट नहीं पहुंचाई. रानू का दूध पीकर मोहल्ले के बच्चे बड़े हुए और रानू ने भी अपने पूरे जीवन में 12 बछड़ों को जन्म दिया. इस इलाके में बरसों से रह रही रानू दिनभर पूरे इलाके में घूमती और शाम को घर लौट आती थी.