उत्तराखंड के शांत शहरों में बढ़ी माफिया संस्कृति, ये बने अपराध के अड्डे

रुद्रपुर: उत्तराखंड के शांत शहरों में माफिया संस्कृति तेजी से बढ़ रही है। कुमाऊं से गढ़वाल तक पैर पसार रही इस कुख्यात प्रवृत्ति के कारण राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट में हर साल उत्तराखंड का कद बढ़ता जा रहा है। मैदानी जिलों में खनन और पहाड़ी जिलों में रिजार्ट से आ रहे अंधाधुध पैसे के कारण ये तेजी से पनप रही है। खनन के खेल में हल्द्वानी, ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार जैसे शहरों पर अक्सर खून के छींटे पड़ते हैं।

पहाड़ों पर नैनीताल-मसूरी-ऋषिकेश जैसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों के विस्तार से रोजगार से ज्यादा लोगों पर खतरा बढ़ रहा है। बड़े पर्यटन स्थलों के पास के कस्बों में अवैध रूप से चल रहे कई होटल रिजॉर्ट इस बात की तस्दीक करते हैं। अंकिता भंडारी की हत्या के बाद कुमाऊं में सक्रिय हुई पुलिस के आंकड़ों के अनुसार बीते दिनों में करीब 1500 होटल रिजॉर्ट की चेकिंग की गई। इसमें दो सौ के करीब में अनियमितताएं मिली। पहाड़ में होटल रिजॉर्ट  तो में में क्रशर और अवैध खनन अपराध को जन्म दे रहे हैं। 

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खनन का खूनी खेल
केस-1:
 14 मई 2022- ऊधमसिंह नगर जिले में अवैध खनन के खेल में आए दिन फायरिंग और हत्या होना आम बात हो गई है। ऊधमसिंह नगर जिले में ऐसी घटनाओं का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। जिले के शांतिपुरी क्षेत्र में 14 मई 2022 को दिनदहाड़े गोली मारकर शांतिपुरी नंबर 3 निवासी खनन कारोबारी और भाजपा नेता संदीप कार्की की हत्या कर दी गई थी। खनन क्षेत्र के रास्ते को लेकर हुए विवाद में यह हत्या की गई थी। 

केस-2: 2 जुलाई 2021- शांतिपुरी क्षेत्र में खनन कारोबारी शांतिपुरी नंबर दो निवासी मुकू टाकुली पर फायर किया गया था। इसमें मुकू टाकुली गंभीर रूप से घायल हुआ था। इस घटना में शांतिपुरी नंबर 4 निवासी गोविंद रौतेला, जवाहर नगर निवासी दीपू गढ़िया एवं शांतिपुरी नंबर दो के गोविंद सिंह को नामजद किया गया था। मुकू टाकुली का महीने भर इलाज चला था और इसके बाद उसकी जान बची थी।

केस-3: 13 दिसंबर 2014- शांतिपुरी से उपजी अवैध खनन की रंजिश में शक्तिफार्म क्षेत्र में दिनदहाड़े शक्तिफार्म आनंदनगर निवासी पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष प्रताप बिष्ट की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। इससे पूर्व 28 सितंबर 2001 को बेरीनाग निवासी हरीश रावत की शांतिपुरी मुख्य बाजार के समीप गोली मारकर हत्या की गई थी। इसमें प्रताप बिष्ट के खिलाफ भी मुकदमा हुआ था। खनन की रंजिश को ही प्रताप बिष्ट हत्याकांड की मुख्य वजह माना गया था। 

क्रशर, रिजॉर्ट और पर्यटक स्थल बने अपराध के अड्डे
क्रशर, नदियों में अवैध खनन के बढ़ते मामलों के साथ पर्यटक प्रदेश के रूप में उत्तराखंड की साख को रिसार्ट भी बट्टा लगा रहे हैं। वहीं पर्यटक स्थल अपराध के अड्डे बनते जा रहे हैं। रिसार्ट में अनैतिक कार्य के मामले सामने आ रहे हैं। बिना पंजीकरण के पर्वतीय क्षेत्रों में खुले इन रिसार्ट में कौन क्या कर रहा है, यह देखने वाला कोई नहीं है। यही वजह है बीतों दिनों सामने आए अंकिता हत्याकांड ने पूरे प्रदेश के जनमानस को झंकझोर कर रख दिया था।

वहीं पर्यटक स्थलों में अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। स्थानीय निवासी यहां सुकून से रहते हैं लेकिन बाहरी प्रदेशों से आने वाले पर्यटक यहां हत्या कर शव फेंकने तक की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। ऐसी कई घटनाएं अब तक सामने आ चुकी हैं।  हालिया मामले में 18 सितंबर को वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करने वाली अंकिता भंडारी की हत्या कर दी गई थी।

वादियों में बदमाश
1- 18 सितंबर 2022 को अंकिता भंडारी वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करती थी। 18 सितंबर को वह संदिग्ध हालात में लापता हो गयी थी। रिजॉर्ट मालिक पुलकित आर्य की ओर से उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई गई। जांच में कलई खुली तो अंकिता हत्याकांड में रिजॉर्ट मालिक पुलकित आर्य के साथ मैनेजर सौरभ भाष्कर और अंकित गुप्ता की गिरफ्तारी हुई।

2-26 जुलाई 2021 में नैनीताल के 26 जुलाई 2021 को बेलुवाखान के पास कलमठ में से महिला का सड़ा-गला शव मिला था। पुलिस की जांच में पता चला था कि 26 वषीर्य महिला बबीता को दिल्ली का द्वारिका निवासी उसके पति ने नैनीताल घुमाने के बहाने लगाया था। पति और पत्नी की अंतिम फोन लोकेशन के आधार पर ही पुलिस ने हत्या का खुलासा किया था। 

3-26 नवंबर 2018- भीमताल रोड पर एक कार जल गई थी। जिसके भीतर से एक शव मिला था। पुलिस जांच में पता चला था कि कार के भीतर मिला शव रुद्रपुर निवासी अवतार सिंह का था। उसकी पहले हत्या की गई उसके बाद शव को कार में भीमताल रोड पर लाकर आग लगा दी गई। पुलिस ने हत्या के मामले में रुद्रपुर निवासी एक युवक को गिरफ्तार किया था।

4-5 अगस्त 2022 में रामनगरके पवलगढ़ स्थित एक रिसॉर्ट में कुक की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस जांच में पता चला कि पवलगढ़ निवासी गिरीश चंद्र त्रिपाठी (54) पुत्र स्व. दिनेश चंद्र त्रिपाठी गांव में ही स्थित एक रिजॉर्ट में कुक का काम करते थे। रिसॉर्ट में बने एक कॉटेज में गिरीश चंद्र त्रिपाठी का शव मिला। शरीर पर चाकू के 30 से अधिक घाव थे। 

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