डॉ. रमन का CM भूपेश पर हमला; ‘BJP के कहने पर आती है ED’
रायपुर: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सीएम भूपेश बघेल पर फिर हमला बोला है। अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा- ‘भूपेश बघेल जी, यह कैसा दोगलापन है, एक तरफ आप मांग करते हो कि चिटफंड की “निष्पक्ष” जांच ईडी से होनी चाहिए। दूसरी तरफ भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्यवाही में आप कहते हैं कि भाजपा के कहने पर ईडी आती है। मैं एक बार पुनः दोहरा रहा हूं, आप यह बयानबाजी करने से पहले अच्छी तरह विचार कर लें। यदि भारतीय जनता पार्टी पर आप ऐसे झूठे आरोप लगा रहे हैं तो या तो इन्हें सिद्ध कीजिए या सार्वजनिक माफी मांगिए। अन्यथा मैं दोबारा यह कहता हूँ कि भाजपा पर आरोप लगाने के लिए मैं आप पर मानहानि का दावा करूंगा।
CM @bhupeshbaghel जी
— Dr Raman Singh (@drramansingh) October 13, 2022
यह कैसा दोगलापन है, एक तरफ आप मांग करते हो कि चिटफंड की "निष्पक्ष" जांच ईडी से होनी चाहिये।
दूसरी तरफ भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्यवाही में आप कहते हैं कि भाजपा के कहने पर ईडी आती है। pic.twitter.com/bihQgpWQEw
दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और सीएम भूपेश बघेल एक-दूसरे पर हमलावर है। डॉ. रमन ने भूपेश बघेल पर कांग्रेस पार्टी और सोनिया गांधी का एटीएम बनने का आरोप लगाया। छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के छापों पर भी प्रदेश सरकार पर हमला बोल रहे हैं। वहीं सीएम भूपेश बघेल भी नान (नागरिक आपूर्ति निगम) घोटाला, पनामा पेपर और चिटफंड में साढ़े 6 हजार करोड़ के घोटाले को लेकर तीखे तेवर दिखा रहे हैं। सोशल मीडिया और मीडिया में पूर्व सीएम और वर्तमान सीएम के बीच जमकर जुबानी जंग चल रही है। भूपेश बघेल द्वारा कोर्ट जाने की चेतावनी के बाद अब डॉ. रमन सिंह ने भी कोर्ट जाने की धमकी देते हुए सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की बात कही है।
नान, पनाना, चिटफंड घोटाले की जांच करे ED
भेंट मुलाकात से वापस रायपुर लौटे सीएम भूपेश बघेल ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि ईडी को भाजपा सरकार के समय हुए घोटाले क्यों नहीं दिख रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के कार्यकाल में सबसे बड़ा नान (नागरिक आपूर्ति निगम) घोटाला हुआ उसकी जांच क्यों नहीं कर रही है। साफ दस्तावेज है कि ‘सीएम और सीएम मैडम’ के नाम पर करोड़ों रुपये का लेनदेन लिखा है। नान की डायरी में नागपुर से लखनऊ तक का जिक्र है। पनामा पेपर में डॉ. रमन सिंह के लड़के का नाम है। छत्तीसगढ़ में साढ़े 6 हजार करोड़ का चिटफंड घोटाला हुआ। ये लोग ब्रांड अंबेसडर थे। ईडी क्यों जांच नहीं करती।