जबलपुर हाईकोर्ट में वकीलों का हंगामा, साथी की आत्महत्या के बाद तोड़फोड़ और आगजनी

जबलपुर : जबलपुर हाईकोर्ट में आज अधिवक्ताओं ने सारी हदों को पार कर लिया. अपने एक साथी की आत्महत्या से गुस्साए वकीलों ने हाईकोर्ट में ही तोड़फोड़ और आगजनी तक कर दी. वकील हाई कोर्ट में ही शव रखकर प्रदर्शन करने लगे और आग लगा दी. मसला ये था कि अधिवक्ता अनुराग साहू ने एक मामले में कोर्ट में जिरह के दौरान साथी वकील से बहस के बाद घर जाकर खुदकुशी कर ली थी.

विरोध नारेबाजी तक तो जायज था. लेकिन अधिवक्ताओं में आक्रोश इतना था कि उन्होंने हाईकोर्ट परिसर में न केवल तोड़फोड़ की बल्कि स्टेट बार कौंसिल के कार्यालय में वरिष्ठ अधिवक्ता मनीष दत्त के ऑफिस में आग तक लगा दी. हालात तब और बेकाबू हो गए जब आग बुझाने पहुंची दमकल की गाड़ियों को भी अंदर नहीं जाने दिया जा रहा था. यहां तक कि जो पत्रकार इस घटना की कवरेज करने पहुंचे उनके साथ भी अधिवक्ताओं ने बेरहमी से मारपीट की. हालात बिगड़ते देख हाई कोर्ट परिसर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया. अब हाईकोर्ट के अंदर क्या हुआ यह किसी को नहीं मालूम क्योंकि अधिवक्ताओं का आक्रोश सातवें आसमान पर था. वो किसी को अंदर नहीं जाने दे रहे थे.

वकीलों के बीच आपत्तिजनक टिप्पणी
जस्टिस संजय द्विवेदी की अदालत में दुष्कर्म के आरोपी टीआई संदीप अयाची की जमानत याचिका पर सुनवाई चल रही थी. इसी दौरान जिरह कर रहे दोनों वकीलों के बीच बहस के बाद एक दूसरे पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई. उसके बाद उनमें से एक एडवोकेट अनुराग साहू ने अपने घर जाकर खुदकुशी कर ली.

तोड़फोड़ और आगजनी
साथी की आत्महत्या की खबर आग की तरह फैल गयी. इस घटना से गुस्साए वकील मृत एडवोकेट का शव लेकर बड़ी संख्या में हाईकोर्ट पहुंच गए. वहां जमकर हंगामा शुरू कर दिया. वकीलों ने कोर्ट के चेंबर में तोड़फोड़ की और आग लगा दी. सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंची और उत्पात मचा रहे वकीलों को खदेड़ा. गुस्साए वकीलों ने वहां बार काउंसिल के चेंबर में आग लगी दी.  कोर्ट परिसर में भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया.

गुस्साए वकीलों ने जस्टिस संजय द्विवेदी की कोर्ट के बाहर तोड़फोड़ की कोशिश की गई. वकीलों के गुस्से के आगे प्रशासन के सारे इंतजाम फेल नजर आए. हालांकि फायर ब्रिगेड ने समय रहते आग पर काबू पा लिया. वकीलों ने सारी हदें पार कर दीं. घटना का कवरेट कर रहे एक पत्रकार राहुल मिश्रा जो एक प्रतिष्ठित समाचार पत्र के लीगल रिपोर्टर हैं उनकी पिटाई कर कपड़े फाड़ दिए. उनका कहना है पूरे करियर में कोर्ट परिसर में वकीलों का ऐसा तांडव उन्होंने पहली बार देखा. हाईकोर्ट में हालात नियंत्रण में करने के लिए पुलिस ने वकीलों पर लाठीचार्ज किया.

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