‘गंगाजल का डर मन में बैठ गया तो माफी मांगे’, डॉ. रमन बोले- घोषणापत्र को CM भूपेश और मंत्री TS सिंहदेव पढ़ लें
छत्तीसगढ़ में वादा पूरा नहीं करने को लेकर भाजपा-कांग्रेस के नेताओं में जुबानी जंग चल रही है। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने भूपेश बघेल सरकार हमला बोला। डॉ. रमन ने कहा कि ‘मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी, यदि गंगाजल का डर आपके मन में बैठ गया है तो जनता के बीच आकर साफ करें कि सत्ता में आते ही आपने कितने वादों को घोषणापत्र से निकाल दिया है? जहां तक नोटिस से भयभीत करने की बात है तो आप समझ लें कि छत्तीसगढ़ के भाजपा कार्यकर्ता नैतिकता की लड़ाई में किसी से नहीं डरते।’
पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने कहा कि घोषणा पत्र मुख्यमंत्री और जनघोषणा पत्र बनाने वाले टीएस सिंहदेव पढ़ लें। जनता के बीच सार्वजनिक रूप से सभा में घोषणापत्र जारी कर वादा किया था। अब एक-एक कर गंगाजल और गीता को नकार रहे हैं। गंगा जल का इतना भय हो गया है। अब उनको लगता है कि गंगा जल लेकर कसम खाई थी। अब उसका क्रियान्वयन नहीं होगा तो दुष्परिणाम भुगतना पड़ेगा। भाजपा के कार्यकर्ताओं पर केस चलाने की धमकी दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि लाखों-लाख महिलाएं हैं जो सड़कों पर चिल्ला-चिल्लाकर कह रहीं हैं। आपने पूर्ण शराबबंदी की बात कही थी। यह अजीब बात है कि मुख्यमंत्री आज उसी बात से मुकर रहे हैं। बेरोजगारी भत्ता लिखकर दिया है। 5 लाख नवयुवकों को ढाई हजार रुपये देने का आज उससे मुकर रहे हैं।
चौक पर खड़ा होकर माफी मांगे बघेल और सिंहदेव
डॉ. रमन ने कहा कि किसानों को 2 साल का बोनस मुख्यमंत्री की घोषणा में नहीं था। जनघोषणा पत्र फिर से पढ़ लें। अधिकारी-कर्मचारी, दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी, 5 लाख की संख्या में कर्मचारी आंदोलनरत हैं, संविदा कर्मचारियों को वादा किया था सरकार बनते ही पहली कलम से नियमित और स्थायी कर दिया जाएगा। यह भी झूठा वादा था। मुझे ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव चौक पर खड़े होकर सार्वजनिक रूप से बोले हमने यह वादा नहीं किया था। इस वादा को जनघोषणा पत्र से निकाल दिया गया है। हम छत्तीसगढ़ की जनता से क्षमा चाहते हैं। इधर कांग्रेस ने भाजपा की गंगाजल कलश यात्रा को दुष्प्रचार करार देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को कानूनी नोटिस भेजने की बात कही है।