बैंक कर्मियों की धमकी से किसान व पुत्र को पडा था अटैक पिता की मौत, पुत्र की जान बची
- बैंक मैनेजर ने आरोपों को निराधार बताया
भरुआ सुमेरपुर। इंडियन बैंक के कर्मियों की धमकी से सहमे पिता पुत्र को अटैक पड़ गया। पिता की घर पर ही मौत हो गई जबकि पुत्र का उपचार कानपुर में चल रहा है। शाखा प्रबंधक ने इस तरह की प्रकरण से साफ़ इनकार किया है।
चंदपुरवा बुजुर्ग निवासी राजेश कुमार विश्वकर्मा ने मुख्यमंत्री शिकायत पोर्टल में शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया है कि उसके पिता ने कस्बे की इंडियन बैंक शाखा से सितंबर 2016 में किसान क्रेडिट कार्ड से पांच लाख 70 हजार का ऋण लिया था। वर्ष 2018 में बैंक मैनेजर ने इसको जबरिया रिन्यूअल करा दिया। यह ऋण अब 10 लाख से ऊपर हो गया है। गत 24 अगस्त को बैंक कर्मी प्राइवेट वसूली एजेंट को साथ लेकर गांव आ धमके और बकाया जमा न करने पर जमीन नीलाम करा देने की धमकी दी। बताया कि इससे उसके पिता द्वारका प्रसाद तथा बड़े भाई राकेश को अटैक पड़ गया। पिता की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि भाई की जान कानपुर में भर्ती कराकर बचाई जा सकी।
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पीड़ित ने मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाई है। शाखा प्रबंधक अनिल कुमार ने किसान पुत्र के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि उन्होंने किसी तरह की धमकी नहीं दी है। जमीन नीलामी का आरोप बेबुनियाद है। महज बकाया जमा कराने को कहा गया था।