बच्चे बेचने वाले NGO का पर्दाफाश,एक महिला और युवक गिरफ्तार
दिल्लीः बच्चे बेचने वाले NGO का पर्दाफाश।
मुख्यमंत्री उड़न दस्ता की टीम ने बच्चों को बेचने वाले एनजीओ का खुलासा किया है. गुप्त सूचना के आधार पर एक एनजीओ संस्था की संचालक हिना माथुर व उसके साथी पवन शर्मा पर शिकंजा कसा है. यह गरीब परिवारों से सम्पर्क करके उन्हें अच्छी परवरिश कराने का झांसा देकर एक से दो लाख रुपए में नवजात शिशुओं को बेच देते थे. इन पर अभी तक कई बच्चों को बेचने का आरोप है. इस मामले में केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
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जानकारी के मुताबिक सूचना के आधार पर उपायुक्त फरीदाबाद से पत्राचार करके ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त कराया गया, जिस सम्बध में राजकुमार एसडीओ सिंचाई विभाग फरीदाबाद को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया. कार्यवाही करने के लिए उप निरीक्षक सतबीर सिंह मुख्यमंत्री उड़न दस्ता फरीदाबाद व महिला सहायक उप निरीक्षक राजेश को फर्जी ग्राहक के तौर पर तैयार करके निसंतान दम्पति बनकर शिशु बेचने वालों से बात करने के लिए कहा गया. इस पर पवन शर्मा व हिना ने एक लाख रुपये में बच्चा देने की बात तय की. ड्यूटी मजिस्ट्रेट द्वारा उप निरीक्षक सतबीर सिंह को 500-500 रुपये के 4 नम्बरी नोटों को हवाले करके बीच में सादा कागज की 2 गड्डी तैयार करने बारे कहा व उनके ऊपर नीचे 500-500 रुपये के नोट लगाने बारे कहा. रेडिंग पार्टी अलग से तैयार कराई गई.