घाघरा नदी से मिले शिवलिंग की दोहरीघाट थाने में हो रही पूजा
दिल्लीः उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद में 2 दिन पहले घाघरा नदी से मिले शिवलिंग के मामले में पुलिस अधीक्षक और स्थानीय लोगों ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस अधीक्षक अविनाश पांडे ने बताया कि पूरे मामले में अब तक जो जानकारी हाथ लगी है उससे पता चलता है कि शिवलिंग 21 किलो चांदी से निर्मित है. उसके अंदर लाख भरा हुआ है. उन्होंने बताया कि सोमवार को वाराणसी स्थित भारतीय पुरातत्व विभाग के विशेषज्ञों की टीम जांच करने पहुंचेगी.
पुलिस अधीक्षक ने जनता से यह भी अपील की कि अगर किसी मंदिर से यह शिवलिंग चोरी हुआ है तो वह मऊ पुलिस से संपर्क कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि फिलहाल पुलिस तफ्तीश कर रही है कि यह शिवलिंग कहां से आया. उन्होंने कहा कि कुछ स्थानीय लोग शिवलिंग को बेचने के फिराक में थे, लेकिन पूनम साहनी ने दोहरीघाट थाना पहुंचकर इसकी जानकारी पुलिस को दी.
फिलहाल शिवलिंग को दोहरीघाट थाने के मालखाने में रखा गया है, जहां पर पूरे विधि विधान के साथ पूजा पाठ किया जा रहा है. अगर कोई इस शिवलिंग पर अपना दावा नहीं करता है कि जिलाधिकारी के माध्यम से 10 दिनों के अंदर इसकी स्थापना कर दी जाएगी. 10 दिनों तक शिवलिंग की जांच पड़ताल जारी रहेगी. गौरतलब है कि दो दिन पहले पूर्व मातेश्वरी धाम के पास पुल के बगल में 50 किलो का शिवलिंग मिलने के बाद उसे देखने के लिए थाने में भीड़ उमड़ रही थी. भीड़ को देखते हुए थाने के मालखाने में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.