उत्तराखंड में लगातार गिर रहे है पहाड़,जरा सी चूक ले सकती थी कई जाने
दिल्ली पहाड़ों में मॉनसून सीज़न की दो बरसातों के बाद ही आलम यह है कि भूस्खलन का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. उत्तराखंड के पहाड़ी ज़िलों से एक के बाद एक भयानक तस्वीरें सामने आ रही हैं. ताज़ा वीडियो रुद्रप्रयाग ज़िले के छेनागाड़-बक्सीर मोटरमार्ग से सामने आया है, जिसमें बड़े बड़े पेड़ों के साथ एक पूरी की पूरी पहाड़ी टूटकर गिरती हुई दिख रही है. ग़नीमत यह रही कि इस हादसे की चपेट में किसी यात्री की जान नहीं गई जबकि घटनास्थल के करीब कई लोग मौजूद थे.
रुद्रप्रयाग ज़िले के दूरस्थ क्षेत्र पूर्वी बांगर के एक दर्जन से अधिक गांवों को जोड़ने वाले इस रास्ते पर पहाड़ी मलबा और एक साथ कई पेड़ टूटकर सड़क पर आ गिरने से हड़कंप मच गया. वीडियो में नज़र आता है कि कैसे इस घटना के चश्मदीद हो हल्ला करने लगे. आप वीडियो में देख सकते हैं कि किस तरह रास्ता जाम हो गया. भूस्खलन के चलते फिलहाल ज़िले के दूरस्थ क्षेत्र बांगर में आवाजाही बंद है. कई गांवों का संपर्क ज़िला मुख्यालय से कटा हुआ है.
चमोली ज़िले में घाट थराली मोटर मार्ग पर ऐसे ही एक भूस्खलन में एक महिला द्वारा भागकर जान बचाने की एक तस्वीर भी एक दिन पहले ही आ चुकी है. भेटि मोटरमार्ग के पास का यह वीडियो नन्दानगर घाट का है, जिसमें एक महिला और मौत के बीच कुछ सेकंड का फासला दिखता है. सामाजिक कार्यकर्ता नन्दन सिंह रावत कहते हैं कि कुछ देर पहले स्कूली बच्चे इस रास्ते से गुज़रे. आप समझ सकते हैं कि उस समय यह घटना होती तो कितनी बड़ी अनहोनी हो जाती.
उत्तरकाशी से भी भूस्खलन की खबर आई. गंगोत्री हाईवे पर कल शुक्रवार सुबह अचानक पहाड़ी से बड़े बड़े बोल्डर हाईवे पर गिरे. उस समय कांवड़ यात्री कुछ ही दूरी पर थे. इसके बाद कुछ देर सभी श्रद्धालु हाईवे के दोनों तरफ रुक गए. अंदाज़ा लगा सकते हैं कि एक बड़ा हादसा टल गया. इस समय बड़ी संख्या में कांवड़ यात्री और चार धाम यात्री उत्तरकाशी समेत उत्तराखंड के कई पहाड़ी ज़िलों में पैदल यात्रा कर रहे हैं. ऐसे में, इस तरह के भयानक भूस्खलन कभी भी किसी बड़ी आपदा के कारण बन सकते हैं.