भारतीय महिला हॉकी टीम Womens Hockey World Cup से हुई बाहार
दिल्लीः भारतीय महिला हॉकी टीम क्रॉसओवर के मैच में सह-मेजबान स्पेन के खिलाफ 0-1 की शिकस्त के साथ एफआईएच महिला हॉकी वर्ल्ड कप में (Womens Hockey World Cup) खिताब की दौड़ से बाहर हो गई. तीन क्वार्टर तक दोनों टीम के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला, लेकिन निर्धारित समय खत्म होने से सिर्फ 3 मिनट पहले मार्ता सेगु ने रिबाउंड पर गोल दागकर भारत को खिताब की दौड़ से बाहर कर दिया. पूरे टूर्नामेंट की तरह क्रॉसओवर मैच में भी भारतीय टीम को पेनल्टी कॉर्नर को गोल में नहीं बदल पाने का खामियाजा भुगतना पड़ा. भारत को स्पेन के 3 के मुकाबले 4 पेनल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन टीम इनमें से एक को भी गोल में नहीं बदल सकी. टीम पूरे टूर्नामेंट में एक भी मुकाबला नहीं जीत सकी.
भारत को पहला पेनल्टी कॉर्नर 8वें मिनट में मिला, लेकिन भारतीय खिलाड़ी स्पेन के डिफेंस को भेदने में नाकाम रहे. पहले क्वार्टर में दोनों टीम के खेल में हिचकिचाहट दिखी और दोनों टीम ने इस दौरान गलतियां की. इस दौरान गोल करने के काफी कम मौके बने. स्पेन ने इसके बाद दबदबा बनाने का प्रयास किया और भारत की रक्षापंक्ति पर दबाव बनाया. भारतीय कप्तान और गोलकीपर सविता ने इस बीच कुछ अच्छे बचाव किए. उन्होंने पहले पेनल्टी कॉर्नर पर शेंटल जाइन के प्रयास को नाकाम किया और फिर रिबाउंड पर इसी खिलाड़ी के प्रयास को विफल किया. इसके बाद उन्होंने रिबाउंड पर बेगोना गार्सिया के शॉट को भी गोल में जाने से रोका.
कुछ सेकेंड बाद भारत को अपना दूसरा पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन पहले स्पेन की गोलकीपर मेलानी गार्सिया ने मोनिका के शॉट को रोका और फिर लूसिया जिमेनेज ने रिबाउंड पर खतरे को टाला. भारत को इसके बाद बढ़त बनाने का मौका मिला, लेकिन सलीमा टेटे के शानदार मूव पर मिली गेंद को वंदना कटारिया ने गोल के ऊपर से बाहर मार दिया. मध्यांतर तक दोनों टीम गोल रहित बराबरी पर थी. भारत ने तीसरे क्वार्टर में सकारात्मक शुरुआत की लेकिन टीम गोल करने में सफल नहीं हो पाई.
सेगु ने इसके बाद निर्धारित समय खत्म होने से 3 मिनट पहले स्पेन को बढ़त दिलाई. क्लारा वाईकार्ट के शॉट को सविता ने रोका दिया, लेकिन रिबाउंड पर सेगु ने गेंद को गोल में पहुंचा दिया. स्पेन के लिए अंतिम कुछ मिनट काफी दबाव वाले रहे. गार्सिया को पीला कार्ड और सेगु को हरा कार्ड दिखाया गया, जिससे टीम को 9 खिलाड़ियों के साथ खेलना पड़ा. 2 खिलाड़ी अधिक होने के बावजूद भारतीय टीम मौके का फायदा उठाकर गोल करने में नाकाम रही और पदक की दौड़ से बाहर हो गई. भारत अब मंगलवार को यहां नौवें से 16वें स्थान के क्लासिफिकेशन मुकाबले में कनाडा से भिड़ेगा.