पश्चिम मध्य रेलवे एमपी के रेल यात्रियों के लिए वर्ल्ड क्लास विस्टोडोम कोच की कर रहा व्यवस्था
दिल्लीः
पश्चिम मध्य रेलवे के यात्रियों को पहली बार विस्टाडोम कोच की सुविधा मिलने जा रही है. इसकी सेवा जल्द शुरू होगी. इस विस्टाडोम कोच को जबलपुर-रानी कमलापति-जबलपुर जनशताब्दी ट्रेन में लगाया जा रहा है. इस ट्रेन में बैठने वाले यात्रियों के सफर को न केवल आरामदायक, बल्कि यादगार भी बनाएगा. विस्टाडोम कोच ऐसे डिब्बे हैं, जिनमें चौड़ी खिड़कियां हैं और छतें भी कांच की हैं. पारदर्शी छत इसका खास आकर्षण है, जिससे यात्री पूरे रास्ते प्राकृतिक दृश्यों का आनंद ले सकेंगे.
विस्टाडोम कोच रेलवे की नई पहल है. इस नई पहल से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और यात्रियों को अपना सफर याद रहेगा. इसी मकसद से इसकी शुरुआत की गई है. इससे लोग प्रकृति के और करीब आएंगे. जिसे ट्रेन में इसे फिलहाल लगाया जा रहा है उसमें यात्रियों के लिए कुल 44 सीटें हैं. ये सीटें आरामदायक तो हैं ही, साथ ही पैर फैलाने के लिए भी इसमें काफी जगह है. ऐसे में बच्चों से लेकर बड़ी उम्र के लोग आराम से सफर कर सकते हैं. सीटों की सबसे बड़ी खासियत है कि इन्हें चारों ओर घुमाया जा सकता है, यानी यात्री सामने की ओर मुंह करके बैठने को मजबूर नहीं होगा, बल्कि जिस दिशा में चाहे, उस तरफ देख सकेगा. इस कोच में यात्रियों के लिए मनोरंजन की सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी.
विस्टाडोम कोच में तीन साइड से ग्लास के विंडो होते हैं. यह कोच पूरी तरह पारदर्शी होता है. यह कोच जनशताब्दी के सबसे पीछे लगाया जाएगा, ताकि जब गाड़ी स्टेशन तो छूटे तब भी लोग बाहर के नजारों को न केवल अंदर से देख सकें, बल्कि उन्हें रिकॉर्ड भी कर सकें. इसमें यूरोपीय शैली की ट्रेनों से प्रेरित ग्लास की बड़ी खिड़कियां हैं. ऑब्जर्वेशन लाउंज के शीशे अतिरिक्त बड़े हैं, जिससे यात्रियों को आसपास का वाइड-एंगल दृश्य दिखाई देता है. विस्टाडोम कोच के रूफ-टॉप ग्लास के हैं. इसमें यूएसपी भी है, जो यात्रा के दौरान पहाड़ों और घाटियों से गुजरते हुए खूबसूरत बादलों, रात के आकाश में सितारों और चंद्रमा के मंत्रमुग्ध कर देने वाले दृश्य की कल्पना कराते हैं