श्रीलंका में आर्थिक तंगी,पेट्रोल-डीज़ल की भारी किल्लत, स्कूल भी बंद
दिल्लीः श्रीलंका में राजनीतिक उठापटक के बाद सरकार बदल गई, लेकिन लोगों की मुश्किलें कम न हुईं. नकदी की कमी से जूझ रहे इस देश में स्कूलों को और एक सप्ताह के लिए बंद रखने का फैसला किया गया है, क्योंकि शिक्षकों और अभिभावकों के पास बच्चों को स्कूल पहुंचाने के लिए पर्याप्त ईंधन नहीं है.
ऊर्जा मंत्री ने देश के बाहर रहने वाले नागरिकों से अपील की है कि वे अनौपचारिक माध्यमों के बजाय बैंकों के माध्यम से अपनी विदेशी मुद्रा में अर्जित आय घर भेजें, ताकि देश में विदेशी मुद्रा की कमी को दूर करने में मदद मिले.
अधिकारियों ने बताया कि भारी विदेशी कर्ज में डूबे द्वीपीय राष्ट्र को कोई भी आपूर्तिकर्ता उधार ईंधन देने को तैयार नहीं है. उपलब्ध ईंधन केवल कुछ दिन तक ही चल पाएगा, जिसे आवश्यक सेवाओं के लिए दिया जाएगा. इसे स्वास्थ्य और बंदरगाह कार्यकर्ताओं को और सार्वजनिक परिवहन तथा भोजन वितरण कार्यक्रम के लिए मुहैया कराया जाएगा.
ऊर्जा मंत्री कंचना विजेसेकरा ने पत्रकारों से कहा, ‘‘ रकम जुटाना चुनौतीपूर्ण है। यह एक बहुत बड़ी चुनौती है.’’ उन्होंने कहा कि सरकार ने नए ईंधन ‘स्टॉक’ का आदेश दिया है और 40,000 मीट्रिक टन डीज़ल लिए एक विमान के शुक्रवार को देश पहुंचने की उम्मीद है, जबकि एक अन्य विमान में 22 जुलाई को पेट्रोल लाया जाएगा.