छत्तीसगढ़: इस गांव के लोगो के लिए 365 दिन है योग दिवस की तरह
दिल्लीः छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले के ग्राम दलपुरुवा में सामूहिक रूप से नियमित योग किया जाता है. इसकी शुरुआत 2014 से हुई है, जो अब भी कायम है. सुबह पांच बजे सभी स्कूल परिसर में उपस्थित हो जाते हैं, जिसके बाद वे एक घंटा का समय देते हैं. उसके बाद वे अपने दैनिक कार्यों में व्यस्त हो जाते हैं. रोजाना योग करने वाले व पतंजलि योग समिति से जुड़े हरेंद्र बताते हैं कि लोगों में योग के प्रति जागरूकता आई है. गांव के हर वर्ग के लोग नियमित रूप से योग कर रहे हैं. जिन्हें इसका लाभ भी मिल रहा है. कई लोग जटिल बीमारियों से ग्रस्त थे, उन्हें योग करने से राहत मिली है. जिन्हें देखकर गांव के दूसरे लोग तथा अन्य गांवों के लोग भी योग करना शुरू कर दिए हैं.
हरेंद्र बताते हैं कि योग करने से तन मन स्वस्थ्य रहता है. ग्राम दलपुरुवा के लोग दूसरे लोगों के लिए प्रेरणास्रोत हैं, जिन्हें देखकर दूसरे गांव के लोग भी अनुसरण कर रहे हैं. इसमें सबसे खास बात ये भी है कि लोग योग करने के बाद नियमित रूप से योग स्थल पर ही यज्ञ हवन भी करते हैं. जिससे वातावरण भी शुद्व रहता है. साथ ही मन की शांति मिलती है. इसलिए लोगों द्वारा योग के बाद हवन करना भी खास है.
ग्रामीण हजारी प्रसाद कहते हैं कि 21 जून अंतराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित होने के बाद पूरे विश्व में प्रसिद्वि मिली है, लेकिन असली प्रसिद्वि तो ऐसे गांव-गांव योग के प्रति जुनून को देखकर मिलती है. जहां के रहने वाले लोग निस्वार्थ भाव से नियमित योग करा रहे हैं. लोगों को योग के फायदे के साथ अनुभव में साझा कर रहे हैं. आप जहां भी रहे पर सुबह आधा से एक घंटे का समय अपने लिए,अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जरूर निकालें. दलपुरुवा के लोगों से दूसरों को प्रेरणा लेने व अनुसरण करने की जरूरत है.