स्वनिधि योजना से मिल रहा लाखो लोगो को फायदा
दिल्लीः केंद्र सरकार ने कोरोना काल के दौरान रेहड़ी पटरी और छोटे व्यापारियों को राहत पहुचाने के लिए प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर स्वानिधि स्कीम (PM SVANidhi Yojana) की शुरुआत 1 जून 2020 में की थी. इसके तहत छोटे व्यापारियों और रेहड़ी वालों को 10,000 रुपये का गारंटी फ्री लोन देने की व्यवस्था है जिसे इस योजना के तहत लोगों को एक साल में लोन लौटाना होता है. दरअसल सरकार की मंशा उन छोटे छोटे व्यापारियों को कोरोना काल में राहत देने की कोशिश थी जिन्हें औपचारिक तौर पर संगठित बैंक से लोन नहीं मिल सकता था या फिर लोन मिलने में दिक्कत हो सकती थी. इस योजना के प्रभाव और ज़रूरत को देखते हुए मोदी सरकार ने इसे 2024 तक बढ़ा दिया है.
स्वनिधि योजना के अगर आंकड़ों की बात करें तो इस योजना में 53.56 लाख लोगों ने आवेदन किया जिसमें से 35.45 लाख लोगों को इस योजना के तहत ऋण दिए गए. साथ ही 32.61 लाख से अधिक ऋण का वितरण किया गया. लाभार्थियों में लगभग 51 फीसदी पुरुष और 49 फ़ीसदी महिला हैं. बीजेपी के युवा नेता जयराम विप्लव का मानना है कि स्वनिधि योजना पीएम नरेंद्र मोदी के ” अंत्योदय ” यानी अंतिम व्यक्ति के कल्याण से जुड़ी हुई है. यदि हम कोरोना काल को देखें तो इस दौरान सभी प्रभावित वर्गों को राहत पहुंचाने की कोशिश पीएम नरेंद्र मोदी ने की और इसी के तहत वे समाज में व्यापार से जुड़े रेहड़ी-पटरी और छोटे व्यवसायियों को आर्थिक सहायता प्रदान कर रहे हैं.
जयराम विप्लव कहते है कि इस योजना के तहत न्यूनतम डॉक्यूमेंटेशन को रखा गया है जिसको लेकर पीएम नरेंद्र मोदी कह चुके हैं कि उन्हें अपनी जनता पर पूरा भरोसा है और यही कारण है कि जनता को भी उन पर भरोसा है. और यह स्वनिधि योजना छोटे निम्नवर्गीय व्यवसायियों को साहूकारों के सूदखोरी से बचाकर तरक्की का अवसर प्रदान कर रहा है.