पूर्व डीजीपी ने बोला-अगर पुलिस न दोहराये पिछली गलती तो नहीं हिल सकता एक भी पत्ता
दिल्लीः यूपी में नूपुर शर्मा के बयान के विरोध में पहले कानपुर और फिर पिछले जुमे की नमाज के बाद राज्य के कई जिलों में हिंसक प्रदर्शन हुए। इसी कारण आज होने वाली जुमे की नमाज के बाद शांती व्यवस्था बनाने के लिए पुलिस सतर्क है। इसको लेकर लगभग पूरे उत्तर प्रदेश की पुलिस हाई अलर्ट पर है। वहीं उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने एक फार्मूला दिया है। उनका दवा है कि पुलिस पिछलीं गलतियां न दोहराते हुए अगर इसका पालन करें तो प्रदेश मे पत्ता तक नहीं हिलेगा। उन्होंने एक मीडिया चैनक को बताते हुए कहा इबादत के घर में पत्थरबाजी अस्वीकार्य है। उन्होंने साथ ही यूपी पुलिस के लिए आज की सुरक्षा इंतजाम के तरीके बताए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रिवेंटिव अरेस्ट, प्रिवेंटिव एक्शन लें, छतों पर ड्यूटियां लगाए ड्रोन केमराज के साथ जिनमें डिवाइस लगे हों उनकी व्यवस्था करें। थानों में सांप्रदायिक सूचना रजिस्टर,सांप्रदायिक गुंडा रजिस्टर, सांप्रदायिक अपराधी रजिस्टर, विलेज़ क्राइम रजिस्टर, गोपनीय डायरी, को खंगालें जिनसे चिन्हित अपराधियों की जानकारी मिले। पिछले 25 साल के असमाजिक तत्वों से पूछताछ करें। एक्सेसिव इंटेलिजेंस लें। शरारती तत्वों को जेल भेजें।
उन्होंने कहा कि यूपी में कानून व्यवस्था बनाने के लिए पुलिस को और सतर्क होने की जरूरत है साथ ही पुलिस अधिकारियों को इसके लिए पहले से ही कड़े कदम उठाने पड़ेंगे। उनका कहना है कि यूपी के अपराधियों को किसी अन्य राज्य भेजें और वहां के अपराधी यूपी ले आएं तो अपराधियों के मंसूबे फेल हो जाएंगे। ये राजनीति का अवसर नहीं है. ये स्थिति को सामान्य करने का अवसर है।
गौरतलब हो की यूपी पुलिस आज कई इलाकों में हाई अलर्ट पर है। संवेदनशील इलाकों में तैनाती बढ़ा दी गई है और पुलिस ड्रोन कैमरे की मदद से इन इलाकों में नजर रख रही है। यूपी पुलिस के आगे जुमे की नमाज के बाद शांती बनाए रखने की चुनौती