टीटीपी से पाक की बातचीत जारी,आखिर क्या है इस बातचीत का मकसद
दिल्लीः पाकिस्तान सरकार की राय में आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के साथ उसकी बातचीत में प्रगति हो रही है। सत्ताधारी पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) की तरफ से यह दावा भी किया जा रहा है कि उसने जो नीति अपनाई, उसका परिणाम सामने आ रहा है। लेकिन कुछ जानकार ऐसी उम्मीद को बेबुनियाद मानते हैं। उनकी राय है कि टीटीपी अपनी ताकत बढ़ाने के लिए बातचीत की आड़ भर ले रहा है
पाकिस्तान सरकार ने अब टीटीपी से प्रस्तावित शांति समझौते पर देश के अंदर आम सहमति बनाने के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों से विचार-विमर्श का सिलसिला शुरू करने का फैसला किया है। विदेश मंत्री और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने इस मकस से एक समिति बनाई है। ये समिति विभिन्न राजनीतिक दलों से चर्चा करेगी। उसके बाद इस बारे में संसद में चर्चा कराने का इरादा है।
बिलावल भुट्टो ने पीपीपी की एक बैठक में टीटीपी के साथ चल रही बातचीत की जानकारी दी। उसी बैठक में तीन सदस्यों की एक समिति बनाने का फैसला हुआ। समिति में कमर जमान कैरा, शेरी रहमान, और फरहतुल्ला बाबर को रखा गया है। टीटीपी के साथ पाकिस्तान सरकार की बातचीत की मध्यस्थता अफगानिस्तान में सत्ताधारी तालिबान कर रहा है। हाल में बातचीत में प्रगति के कारण दोनों पक्षों ने युद्धविराम की अवधि अनिश्चित काल तक के लिए बढ़ाने का फैसला किया था।