प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना: किसानो ने लौटाए 58.66 लाख रुपये
दिल्लीः
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत लाभ प्राप्त कर आयकर दाता कृषकों ने अब तक 58.66 लाख रुपये की पीएम सम्मान निधि लौटा दी है। यह धनराशि जिले के 675 किसानों ने लौटाई है। फिलहाल धनराशि लौटाने का सिलसिला अभी जारी है। इसके अलावा 198000 लाभार्थी किसानों ने अब तक अपनी ई केवाईसी नहीं कराई है।
गोरखपुर जिले में पीएम सम्मान निधि योजना के कुल 524280 लाभार्थी हैं। अब तक 198000 लाभार्थियों की ई-केवाईसी लंबित है। सरकार ने ई-केवाईसी के लिए फिलहाल तिथि बढ़ा दी है। गोरखपुर जिले में भारत सरकार के द्वारा 1250 लाभार्थियों को इन्कम टैक्स पेयी के रूप में चिह्नित करते हुए अपाक्ष घोषित किया है। इन सभी को धनराशि लौटाने के लिए नोटिस दिया जा चुका है।
सोनौरा बुजुर्ग निवासी 40 वर्षीय संजय कहते हैं कि पीएम सम्मान निधि की पांच किस्तों के रूप में 10 हजार मिले थे। छोटी सी दुकान है जिसकी जीएसटी को आधार बना कर नोटिस देकर अयोग्य घोषित कर दिया। क्या करता, 10 हजार रुपये एकत्र कर ड्राफ्ट बना लौटा दिया। लेकिन महंगाई के दौर में यूं एकमुश्त धनराशि मांगना अनुचित है। चहोरी निवासी 60 वर्षीय श्याम बिहारी राय कहते हैं कि किसानी के साथ ठेकेदारी भी कर लेते हैं। उसके लिए जीएसटी बनी हुई है, जिसे आधार बना अयोग्य घोषित कर अब तक मिली छह किस्तों की धनराशि एक मुश्त मांग ली हैं। जबकि मेरी जानकारी में मुझे सिर्फ तीन किस्तें ही मिली हैं। भलुहीं गांव के 52 वर्षीय मधुसूदन कहते हैं कि पांच किस्त में 10 हजार रुपये मिले। आवेदन भी नहीं किया था, रुपये खर्च भी हो गए थे लेकिन किसी तरह 31 मई को रकम ड्राफ्ट के जरिए लौटा दी लेकिन यह उचित नहीं है। अच्छा होता कि किस्तें बंद कर देते, धनराशि वापस लेना ज्यादती है।