अयोध्या में हुआ पुलिस पर हमला,दरोगा को बंद कमरे में पीटा, कई पुलिसकर्मी घायल
दिल्लीः
युवक की हत्या से आक्रोशित ग्रामीणों ने बुधवार को पुलिस व प्रशासनिक अफसरों पर लाठी-डंडों से हमला बोल दिया। एक दरोगा को कमरे में बंद कर लिया और जमकर पीटा। पुलिस जब मौके से जान बचाकर भागी तो ग्रामीणों ने उन पर पथराव कर दिया। इस हमले में प्रभारी निरीक्षक, चौकी प्रभारी, उप निरीक्षक, उप जिलाधिकारी का वाहन चालक व कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। कई सरकारी वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए।
मौके पर जब और पुलिस बल पहुंचा तो भीड़ पर लाठीचार्ज किया गया। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में कई ग्रामीणों को भी चोटें आईं हैं। बताया जाता है कि जिले के बीकारपुर कोतवाली क्षेत्र के गुंधौर गांव में मंगलवार को अर्जुन यादव (22) पर उसके चाचा व अन्य परिवारीजनों ने फावड़े, कुल्हाड़ी से हमला कर हत्या कर दी थी। लखनऊ में पोस्टमार्टम होने के बाद बुधवार सुबह जब युवक का शव गांव पहुंचा तो आक्रोशित ग्रामीण जलालपुर माफी-तारुन मार्ग पर शव रखकर प्रदर्शन करने लगे।
ग्रामीण आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी, पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता और आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलवाने की मांग कर रहे थे। इसी बीच करीब 11 बजे कई वाहनों में सवार होकर कुछ लोग वहां पहुंचे और पुलिस में नोकझोंक होने लगी। इसके बाद भीड़ ने पुलिस बल व अधिकारियों पर हमला बोल दिया।
हमले में प्रभारी निरीक्षक बीकापुर सुमित श्रीवास्तव, उपनिरीक्षक जितेंद्र कुमार सिंह, चौकी प्रभारी रामपुर भगन वीरेंद्र पाल, उप जिलाधिकारी के वाहन चालक दिनेश तिवारी व कई अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए। भागते दरोगा जितेंद्र कुमार सिंह को भीड़ ने पकड़ कर एक कमरे में बंद कर दिया और उन्हें जमकर पीटा। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर लोगों को काबू पाया।