महाराष्ट्र में हिंदुत्व पर फडणवीस और ठाकरे का एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप
दिल्लीः 30 साल तक एक-दूसरे के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाली शिवसेना और भाजपा लाउडस्पीकर को लेकर एक बार फिर आमने-सामने हैं। कोल्हापुर उपचुनाव के प्रचार के आखिरी दिन शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने इस मुद्दे को लेकर एक दूसरे पर निशाना साधा है।
फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन की मजबूरियों की वजह से शिवसेना हिन्दुत्व पर नरम है। वहीं राज्य के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने फडणवीस के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि हमने भाजपा छोड़ी है, हिन्दुत्व नहीं।
मुंबई में शिवसेना भवन के बाहर लाउडस्पीकर लगाकार हनुमान चालीसा बजाने के आरोप में देर रात चार मनसे वर्कर्स को अरेस्ट किया गया है। इस पर शिवसेना पर हिंदुत्व छोड़ने और ‘छद्म धर्मनिरपेक्ष’ बनने का आरोप लगाते हुए पूर्व सीएम फडणवीस ने कहा, ‘हनुमान चालीसा बजाने पर कुछ लोगों को गुस्सा क्यों आता है?
अगर उन्हें लाउडस्पीकर पर अन्य धर्मों की प्रार्थनाओं से कोई समस्या नहीं है, तो हनुमान चालीसा बजाने में समस्या क्यों है?’ फडणवीस ने कहा कि गठबंधन की बाधाओं के कारण शिवसेना ‘हिंदुत्व’ पर नरम हो रही है।
इसका जवाब देते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘भाजपा, जिसने पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती के साथ सत्ता के लिए गठबंधन किया है, उन्हें एक विचारधारा का पालन करने के बारे में नहीं सिखाना चाहिए। क्या वह (मुफ्ती) भारत माता की जय बोलती हैं? हमने उन्हें (भाजपा को) छोड़ दिया है, हिंदुत्व को नहीं। उनके पास हिंदुत्व का पेटेंट नहीं है।’
उद्धव ने आगे कहा कि उनका हिंदुत्व सुविधा का है, वे इसका इस्तेमाल तब करते हैं, जब यह उनके अनुकूल होता है और नफरत फैलाते हैं।
इसी के साथ इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि, ‘दिवंगत शिवसेना सुप्रीमो बाला साहेब ठाकरे एक मात्र हिंदू ह्रदय सम्राट हैं। बीजेपी का भगवा नकली है, छत्रपति शिवाजी महाराज का भगवा असली है।’ उन्होंने कहा कि यह बालासाहेब ही थे जिन्होंने उन्हें (बीजेपी) दिखाया कि भगवा और हिंदुत्व उन्हें दिल्ली के रास्ते पर ले जाएंगे। बालासाहेब के कमरे में अमित शाह द्वारा किए गए वादे को तोड़ने के बारे में क्या है, जिसे हम मंदिर मानते हैं।’ ठाकरे ने कहा कि उनकी पार्टी हमेशा ‘भगवा’ और ‘हिंदुत्व’ के लिए प्रतिबद्ध रही है।
इन सभी के अलावा CM ठाकरे ने साल 2019 में विधानसभा चुनाव के दौरान कोल्हापुर सीट पर शिवसेना प्रत्याशी को मिली हार के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया। बता दें कि उस समय दोनों दलों का गठबंधन था और कोल्हापुर उत्तर सीट पर 12 अप्रैल को होने वाले उपचुनाव में महा विकास अघाडी (एमवीए) प्रत्याशी जयश्री जाधव के प्रचार अभियान में डिजिटल माध्यम से शामिल हुए ठाकरे ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि ‘क्या बीजेपी का कांग्रेस के साथ इस सीट पर वर्ष 2019 के चुनाव में गुप्त गठबंधन था।’
ठाकरे ने कहा कि शिवसेना आगामी उपचुनाव में कांग्रेस का समर्थन करेगी, क्योंकि उनकी पार्टी जताई गई प्रतिबद्धता का सम्मान करती है और वह ‘पीठ में छुरा घोंपने वाली’ नहीं है। बता दें कि महाराष्ट्र में शिवसेना महाविकास अघाड़ी की घटक है, जबकि अन्य साझेदार कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) है।
सीएम उद्धव ने आगे कहा कि महाविकास अघाड़ी सरकार कुशल है, लेकिन इसमें विपक्ष की तरह झूठ बोलने की प्रतिभा का अभाव है।” आपके व्यक्ति (किरीट सोमैया) ने INS विक्रांत के नाम पर पैसे लिए और उसका दुरुपयोग किया। आप (बीजेपी) कहते हैं कि आप सबसे देशभक्त हैं, तो आप उस आदमी का पक्ष क्यों लेते हैं जिसने पैसे लिए और उसका दुरुपयोग किया