रूस में कई सोशल मीडिया साइट्स बैन , VPN पुतिन के लिए बना सिरदर्द
दिल्ली: यूक्रेन के साथ जारी जंग के बीच पुतिन अपने देश में फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और कई अन्य साइट्स पर बैन लगा चुके हैं। नेटफ्लिक्स, टिकटॉक जैसी कई अन्य वेबसाइट ने रूस में काम करना बंद कर दिया है। लेकिन, रूसी नागरिकों ने पुतिन की सारी पाबंदियों को नाकाम कर दिया है। रूसी अब दूसरा रास्ता अपनाकर इन सभी बैन प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए सिरदर्द बन गया है। VPN का फुल फॉर्म वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क होता है। इसकी शुरुआत 1996 में हुई थी। दावा किया जाता है कि इसे माइक्रोसॉफ्ट के स्टाफ गुरदीप सिंह पाल ने शुरू किया था। यह एक ऐसा टूल है, जो आपको प्राइवेट नेटवर्क बनाने में मदद करता है।
जंग से जुड़ी जानकारियां रूसी नागरिकों तक ना पहुंचें और पुतिन अपने मनमुताबिक ही खबरों को नागरिकों तक पहुंचाए, इसके लिए उसने युक्रेन के साथ युद्ध शुरू होते ही फेसबुक, इंस्टाग्राम जैसी कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और न्यूज वेबसाइट्स पर बैन लगा दिया था।
यूक्रेन जंग के बीच रूसी नागरिक अपनी ही सरकार के खिलाफ विरोध कर रहे हैं। यही वजह है कि पुतिन की नजर ऑनलाइन कंटेंट पर है कि आम लोगों तक क्या पहुंच रहा है? रूसी नागरिक क्या देख रहे हैं? पुतिन अब गूगल पर दबाव बना रहे हैं कि गूगल VPN को लिस्ट से बाहर करे ताकि उसके देश के लोग इसका इस्तेमाल न कर पाएं।
पुतिन सरकार अपने नागरिकों को रूसी सोशल प्लेटफॉर्म्स इस्तेमाल करने के लिए कह रही है। इसमें रूस का VK, ओडनोक्लासनिकी यानी OK जैसे सोशल नेटवर्क शामिल हैं। रूस चाहता है कि उनके नागरिक इन प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल करें ताकि उन पर नजर रखी जा सके।