करहल पहुँचे मुलायम सिंह यादव को लेकर अमित शाह का अखिलेश पर तंज़
दिल्लीः उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के मतदान में अब सिर्फ़ तीन दिन बचे हैं.
सभी पार्टियाँ चुनाव प्रचार में लगी हुई हैं.
गुरुवार को मैनपुरी के करहल में एक दिलचस्प घटनाक्रम सामने आया, जब समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एक ही दिन करहल पहुँच गए.
ये वो सीट है, जहाँ से बीजेपी ने अखिलेश यादव की टक्कर में केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल को मैदान में उतारा है.
एक लंबे अरसे बाद चुनावी मंच पर भाषण देते हुए मुलायम सिंह यादव ने कृषि से लेकर बेरोज़गारी के मुद्दे पर सरकार को घेरा.
मुलायम सिंह यादव ने किसानों के मुद्दे पर कहा कि, “किसानों की खाद की व्यवस्था की जाए, उनके फसलों को बेचने की व्यवस्था की जाए. किसानों को प्राथमिकता दी जाए. खाद, बीज का इंतजाम किया जाए और उनको सिंचाई का साधन उपलब्ध कराया जाए जिससे पैदावार बढ़े. पैदावार बढ़ेगी तो किसानों की हालत सुधरेगी.”
इसके साथ ही 82 वर्षीय मुलायम सिंह यादव ने आश्वासन दिया कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनी तो बेरोज़गारों के लिए नौकरी की व्यवस्था की जाएगी.
अमित शाह ने बोला हमला
जहां एक ओर मुलायम सिंह यादव की ओर से बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार को घेरा गया तो वहीं अमित शाह ने परिवारवाद से लेकर अपराध आदि मुद्दों पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को घेरने की कोशिश की.
यही नहीं, अमित शाह ने करहल में मुलायम सिंह की मौजूदगी पर कहा कि “अखिलेश ने पर्चा डालते हुए कहा था कि अब 10 मार्च को आऊंगा लेकिन छठे दिन ही मैदान में आ गए. और इस कड़ी धूप में भी इतनी आयु वाले नेता जी को भी मैदान में उतारना पड़ गया है.”
इसके बाद अमित शाह ने कहा कि “सपा सरकार में अखिलेश जी के परिवार से 45 लोगों को अलग-अलग पद मिले थे. ये लोग सिर्फ परिवार का ही सोचते हैं, अपने ही लोगों का सोचते हैं. समाज का भला ये नहीं करते हैं. मोदी सरकार ने सबका साथ-सबका विकास का नारा देकर सबका भला किया है.”
इसके बाद अमित शाह ने घर–घर बिजली पहुँचाने से लेकर शौचालय, एक्सप्रेस-वे और सिंचाई योजनाओं आदि का ज़िक्र करते हुए अपनी सरकार के काम गिनवाए.
इसके साथ ही उन्होंने बसपा और सपा पर जातिगत राजनीति करने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा कि “भाजपा गरीबों, पिछड़ों, असहायों के लिए शासन करती है. सपा-बसपा पार्टी अपनी-अपनी जातियों के लिए शासन करती है.”
उत्तर प्रदेश के इस हिस्से में आगामी 20 फरवरी को मतदान होना है.