ओमिक्रॉन वैरिएंट है कितना खतरनाक, जानिए
वहीं यूनाइटेड नेशंस हेल्थ एजेंसी ने शुरुआती आंकड़ों के हवाले से यह बात सामने आई है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट पर वैक्सीन असरदार नहीं होगी। हालांकि एजेंसी ने यह भी कहाकि यह डेल्टा वैरिएंट की तुलना में कम खतरनाक है।
ओमिक्रॉन वैरिएंट के बारे में जानकारी हुए दो हफ्ते हो चुके हैं। अभी तक यह वैरिएंट दुनिया के 63 देशों तक पहुंच चुका है। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक ओमिक्रॉन वैरिएंट का प्रसार डेल्टा वैरिएंट की तुलना में बेहद तेजी से होने वाला है।
वहीं यूनाइटेड नेशंस हेल्थ एजेंसी ने शुरुआती आंकड़ों के हवाले से यह बात सामने आई है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट पर वैक्सीन असरदार नहीं होगी। हालांकि एजेंसी ने यह भी कहाकि यह डेल्टा वैरिएंट की तुलना में कम खतरनाक है।
डब्लूएचओ के मुताबिक डेल्टा की तुलना में ओमिक्रॉन वैरिएंट के फैलने की रफ्तार तेज है। डब्लूएचओ ने कहाकि दक्षिण अफ्रीका में डेल्टा वैरिएंट के संक्रमण की रफ्तार कम रही थी। वहीं ओमिक्रॉन वैरिएंट का संक्रमण यहां तेजी से फैला।
लेकिन ब्रिटेन जैसे देश में जहां डेल्टा वैरिएंट ने कहर ढाया था, वहां भी ओमिक्रॉन वैरिएंट के संक्रमण की रफ्तार खासी तेज है। दक्षिण अफ्रीका का गौटेंग शहर जो यहां पर इस वायरस का सेंटर है, वहां पर इस वायरस की संक्रमण रफ्तार की दर 3 है।
यानी इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति तीन अन्य लोगों को संक्रमित कर रहा है। वहीं जापान में हुई स्टडी में ओमिक्रॉन की संक्रमण दर 4.2 पाई गई है।