माडल महाविद्यालय जाने के लिए करोडन नाले में शुरू हुआ रपटे का निर्माण
रेलवे पुल से गुजरने का झंझट होगा खत्म
भरुआ सुमेरपुर। कस्बे के अमिलिया थोक के समीप रेलवे लाइन पार बने राजकीय महाविद्यालय के लिए बनने वाले एप्रोच मार्ग में पड़ने वाले करोड़न नाले में रपटा निर्माण शुरू होते ही छात्र-छात्राओं में खुशी की लहर दौड़ गई है.
जल्द ही कस्बे के बांदा मार्ग से महाविद्यालय तक जाने का मार्ग सुगम हो जाएगा. अभी तक छात्र-छात्राएं जान जोखिम में डालकर नाले में बने रेलवे पुल से गुजर कर महाविद्यालय तक आते जाते थे. सपा शासनकाल के दौरान कस्बे को राजकीय माडल महाविद्यालय की सौगात मिली थी. इसका निर्माण अमिलिया थोक में रेलवे लाइन पार कराया गया था.
महाविद्यालय का भवन बनकर तैयार हो चुका है. शिक्षण कार्य भी जारी है. सबसे बड़ी समस्या इस संस्थान तक आने जाने के लिये मार्ग की थी. क्योंकि यहां तक पहुंचने का कोई भी सुगम मार्ग कस्बे से नहीं था. 2 वर्ष पूर्व तत्कालीन जिलाधिकारी राजेंद्र प्रताप पांडे ने कालेज तक जाने के लिए धर्मेश्वर बाबा मुहाल से जोड़ने का प्रस्ताव शासन को भेजा था.
लेकिन यह शासन की फाइलों में दबकर रह गया था. गत वर्ष नवंबर माह में उच्च शिक्षा विभाग की एक टीम ने महाविद्यालय का दौरा करके व्यवस्था का जायजा लिया था. उस समय टीम के समक्ष आने जाने वाले मार्ग का मुद्दा प्रमुखता के साथ कस्बे के समाजसेवियों द्वारा रखा गया था. टीम ने लोगों को आश्वस्त किया था कि जल्द ही रास्ते का निर्माण कराया जाएगा.
शासन स्तर से हुई पहल के बाद नगर पंचायत ने 83 लाख की लागत से करोडन नाले में रपटे का निर्माण शुरू कराया है. जल्द ही इसका निर्माण पूर्ण हो जाएगा.
निर्माण पूर्ण होने के बाद छात्र छात्राओं को बांदा मार्ग से दंगल मैदान होते हुए सीधे कॉलेज पहुंचने का मार्ग प्रशस्त हो जाएगा और जान जोखिम में डालकर रेलवे पुल से आने-जाने का झंझट हमेशा के लिए खत्म हो जाएगा।