धरातल पर डीएम का आदेश बेअसर नहीं संरक्षित हुआ बेसहारा गोवंश
हाईवे सहित सभी मार्गों में भ्रमण कर दे रहा हादसों को दावत
भरुआ सुमेरपुर। बेसहारा गोवंश को अस्थाई गौ संरक्षण केंद्र में संरक्षित करने का जिला अधिकारी का आदेश धरातल पर हवा हवाई साबित हो रहा है. ब्लाक क्षेत्र में आदेश के बावजूद किसी भी जिम्मेदार ने इनको संरक्षित करने का कदम नहीं उठाया है.
हाईवे सहित ब्लॉक क्षेत्र के सभी संपर्क मार्गों में यह रात दिन भटककर हादसों को दावत दे रहे हैं. तमाम दुर्घटनाएं महज बेसहारा गोवंश के चलते मार्गों में हो रही है.
गत दिवस समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी डा. ज्ञानेश्वर त्रिपाठी ने मातहतों को निर्देश दिए थे कि बेसहारा गोवंश किसी भी दशा में छुट्टा नहीं दिखना चाहिए. इनको पूर्ण रूप से संरक्षित करके भूसा चारा के ठोस इंतजाम कराए जाएं.
साथ ही चरवाहों की तैनाती करके इनको चरवाहों की देखरेख में खेत खलिहानों में सुरक्षित ले जाया जाए. जिलाधिकारी के इस आदेश का धरातल पर जरा भी असर नहीं है.
शुक्रवार को नेशनल हाईवे में चंद्रपुरवा गेट के समीप अचानक अन्ना गोवंश के सामने आ जाने पर बाइक सवार पति पत्नी हाईवे में गिरते-गिरते बचे. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार गुरुवार की शाम प्रेम नगर के समीप कार एवं बस में हुयी टक्कर में अन्ना गोवंश के सामने आने का मुख्य कारण था.
इस तरह के तमाम हादसे दिनभर हाइवे सहित राठ हमीरपुर मार्ग, छानी इंगोहटा मार्ग, सुमेरपुर नदेहरा मार्ग, सुमेरपुर ललपुरा मार्ग, सुमेरपुर पत्योरा मार्ग, सुमेरपुर बांदा मार्ग, सुमेरपुर मुंडेरा मार्ग में आए दिन होते रहते हैं.
शुक्रवार को सुबह फैक्ट्री एरिया के समीप हाईवे किनारे सैकड़ों बेसहारा गोवंश छुट्टा विचरण कर रहा था. लोगों का मानना है कि जब तक यह संरक्षित नहीं होंगे तब तक किसानों की फसलें भी सुरक्षित नहीं होगी. साथ ही मार्गों में होने वाले हादसों को भी नहीं रोका जा सकता है.
सरकारी आंकड़ों के अनुसार कस्बा सहित 57 ग्राम पंचायतों के मध्य 5380 बेसहारा गोवंश है. वर्तमान में यह कस्बे से लेकर पंचायतों में खुलेआम विचरण करता है. रात के समय यह सड़कों को अपना ठिकाना बनाता है.
जिसके नमूने हाईवे से लेकर गांव-गांव में देखने को सहज ही मिल रहे है. सहायक विकास अधिकारी सत्यप्रकाश गुप्ता ने बताया कि शुक्रवार को सभी पंचायत सचिवों को आदेशित किया गया है कि वह 2 दिन के अंदर प्रत्येक दशा में बेसहारा गोवंश संरक्षित कराकर रिपोर्ट कार्यालय में जमा कराये.
उन्होंने बताया कि सोमवार से वह खुद पंचायतों का भ्रमण करके बेसहारा गोवंश को संरक्षित करने की हकीकत परखेगें. जिस पंचायत में बेसहारा गोवंश संरक्षित नहीं होगा. वहां के सचिव एवं प्रधान से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा. इसके बाद विधिक कार्रवाई की जाएगी।