भारत की मदद के लिए अमेरिकी संसद में प्रस्ताव पारित
दिल्ली: अमेरिका की प्रतिनिधि सभा में भारत में कोविड-19 के विनाशकारी प्रभाव को देखते हुए एक प्रस्ताव पारित किया गया और भारत को तत्काल सहायता देने के लिए बाइडन प्रशासन से आग्रह किया है। अमेरिका ने कोरोना महामारी की दूसरी लहर की आपदा का सामना करने वाले भारत के लिए एकजुटता प्रदर्शित करते हुए यह कदम उठाया है। यहां के कांग्रेस की एक अहम समिति ने भारत की सहायता के लिए बुधवार को सर्वसम्मति से प्रस्ताव को पारित कर दिया और बाइडन प्रशासन से भारत को पहले के समान चिकित्सा सामान की आपूर्ति करने का अनुरोध किया।
कांग्रेस में इंडिया कॉकस के सह-अध्यक्ष ब्रैड शरमन और स्टीव चाबोट द्वारा पिछले माह पेश किए गए इस प्रस्ताव के पास 24 सह-प्रायोजक थे। प्रस्ताव में महामारी की शुरुआत में भारत द्वारा अमेरिका को दी गई मदद का उल्लेख किया गया है और कहा गया है कि कोरोना वैक्सीन उत्पादन में भारत की वैश्विक भूमिका काफी अहम है और उसने अभी तक कोविड-19 टीकों के संबंध में अन्य देशों की मदद करने की कोशिश की है। भारत में कोविड-19 स्थिति से निपटने के लिए अमेरिकी प्रशासन, निजी क्षेत्र और भारतीय-अमेरिकी समुदाय की के प्रयासों की सराहना करते हुए प्रस्ताव में बाइडन प्रशासन से भारत को पहले के समान चिकित्सा सामान की आपूर्ति करने और ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र तथा क्रायोजेनिक ऑक्सीजन टैंकर और कंटेनर समेत उन चिकित्सा सामान की अतिरिक्त आपूर्ति करने का अनुरोध किया गया है जिनकी तत्काल आवश्यकता है।
अमेरिका में अधिकारियों के एक दल ने अमेरिकी सांसदों को कोविड-19 से निपटने में अमेरिका की ओर से भारत को दी गई मदद संबंधी जानकारी दी, जिसके बाद सांसदों ने बाइडन प्रशासन से अपील की कि वह भारत को तत्काल अतिरिक्त चिकित्सीय आपूर्ति पहुंचाने के लिए सेना की भी मदद ले। पिछले माह शरमन ने यूएसएड से अपील की कि वह भारत में अतिरिक्त चिकित्सा आपूर्ति तत्काल पहुंचाने के मकसद से उड़ानों के लिए अमेरिकी सेना को भी उपलब्ध कराए। अधिकारियों ने कॉकस के सदस्यों को बताया कि अमेरिका ने भारत को छह दिन में छह विमानों के जरिए मदद पहुंचाई। कोरोना महामारी को खत्म करने के लिए सामूहिक तौर पर काम करने के लिए प्रतिबद्धता जताते हुए सांसद शरमन ने कहा कि इस संकट की घड़ी में अमेरिका भारत के साथ है। अमेरिका को दुनिया भर में अपने सहयोगियों के साथ काम करना चाहिए ताकि हर जगह वायरस को खत्म किया जा सके। चाबोट ने कहा, ‘भारत और भारतीय अमेरिकियों पर हाउस कॉकस के सह-अध्यक्ष के रूप में, मुझे खुशी है कि इस कठिन समय के दौरान भारत के लिए सदन के समर्थन को व्यक्त करते हुए इस महत्वपूर्ण प्रस्ताव को पारित करने के लिए मेरे सहयोगी एक साथ आए।