खुशखबरी : अगस्त से इस एक्सप्रेस-वे में फर्राटा भरने लगेंगे वाहन
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का काम लगभग पूरा, अगस्त से शुरू हो सकता है आवागमन
लखनऊ, 02जून 2021, कोरोना संक्रमण काल में भी उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं का पूरी रफ्तार से निर्माण करा रही है। देश के सबसे लंबे 340 किलोमीटर वाले पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर चलने का सपना साकार होने वाला है। शासन का आदेश आते ही चार पहिया वाहनों से एक्सप्रेस-वे पर ट्रायल शुरू हो जाएगा। प्रोजेक्ट मानीटरिंग ग्रुप की बैठक में समीक्षा के दौरान बताया गया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर अगस्त तक यातायात शुरू हो जाएगा, जबकि गोरखपुर-आजमगढ़ लिंक एक्सप्रेसवे मार्च, 2022 में पूरा हो जाएगा।
प्रोजेक्ट मानीटरिंग ग्रुप की वर्चुअल बैठक में मुख्य सचिव आरके तिवारी ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर-आजमगढ़ लिंक एक्सप्रेस-वे, गंगा एक्सप्रेस-वे और जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण की प्रगति की समीक्षा की। इसमें बताया गया कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का 60 फीसद काम पूरा हो चुका है। यमुना, बेतवा और केन नदी पर पुलों का निर्माण तेज गति से चल रहा है। चार रेलवे ओवरब्रिज, 14 बड़े पुल, छह टोल प्लाजा, सात रैंप प्लाजा, 268 छोटे पुल, 18 फ्लाईओवर और 214 अंडरपास बनाए जा रहे हैं। फरवरी में एक्सप्रेसवे की एक साइड और अप्रैल में दोनों साइड यातायात के लिए खोल दी जाएंगी।
उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की एक साइड का काम अगले महीने जुलाई के पहले सप्ताह और दूसरी साइड का काम उसके अगले महीने अगस्त तक पूरा हो जाएगा। गोरखपुर-आजमगढ़ लिंक एक्सप्रेस-वे मार्च, 2022 तक बन जाएगा। वहीं, गंगा एक्सप्रेस-वे की समीक्षा में बताया गया कि भूमि अधिग्रहण करीब 60 फीसद हो गया है। अगले महीने जुलाई में यह काम पूरा हो जाएगा। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण की प्रगति भी मुख्य सचिव ने जानी।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से के विकास के लिए योगी सरकार ने 2017 में लखनऊ, बाराबंकी, सुल्तानपुर, आंबेडकर नगर, अमेठी और अयोध्या को प्रदेश की राजधानी लखनऊ से जोड़ने के लिए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण वर्ष 2018 में प्रारंभ किया गया। एक्सप्रेस-वे छह लेन का बनाया जा रहा है। भविष्य में इसे आठ लेन में परिवर्तित किया जाएगा। लखनऊ से लेकर गाजीपुर तक बन रहे एक्सप्रेस-वे को आठ पैकेजों में विभक्त किया गया है। जब पहली बार मार्च 2020 में कोविड की दस्तक हुई तो लगभग छह माह तक एक्सप्रेस-वे प्रभावित रहा। इसके बाद जैसे ही हालात थोड़ा सुधरे तो निर्माण कार्य ने तेजी पकड़ी। जब निर्माण कार्य अंतिम चरण में था कि एक बार फिर कोविड ने लगाम लगा दिया। हालांकि सीमित संसाधनों के बावजूद एक्सप्रेस-वे के पैकेज सात व आठ के 86 किलोमीटर का कार्य लगभग पूरा हो गया है। एक साइड की तीन लेन ट्रायल को तैयार है।