लखनऊ कमिश्नरेट की गाजीपुर पुलिस को मिली महा सफलता
संदिग्ध कैलीफोर्नियम पत्थर की तस्करी करने वाले 8 गिरफ्तार
पीजीआई पुलिस को भी मिली सफलता 2 चोर पकड़े
लखनऊ। लखनऊ के उत्तरी जोन अंतर्गत गाजीपुर पुलिस को एक बहुत बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस ने पॉलिटेक्निक चैराहे के पास से संदिग्ध कैलिफोर्नियम पत्थर के साथ 8 लोगों को उस समय गिरफ्तार किया जब यह लोग इस बेशकीमती पत्थर को किसी को बेचने की फिराक में थे।
संदिग्ध कैलिफोर्नियम पत्थर के साथ गिरफ्तार किए गए लोगों में एलडीए कॉलोनी कृष्णा नगर का रहने वाला अभिषेक चक्रवर्ती, नवादा बिहार का महेश कुमार , शाहजहांपुर बिहार का रहने वाला रविशंकर, मानस नगर कृष्णा नगर का अमित कुमार सिंह, गुलजार नगर बाजार खाला का रहने वाला शीतल गुप्ता उर्फ राज गुप्ता, बस्ती के रहने वाले हरीश चैधरी, रमेश तिवारी और श्यामसुंदर शामिल हैं।
गिरफ्तार किए गए 8 लोगों से पुलिस ने करीब 340 ग्राम का संदिग्ध कैलिफोर्नियम पत्थर बरामद किया। पुलिस उपायुक्त उत्तरी का कहना है कि प्रथम दृष्टया पता चला है कि गिरफ्तार किए गए लोग ठग हैं और यह लोग इस पत्थर को किसीबको कैलिफोर्नियम पत्थर बता कर ठगी करना चाहते थे।
उनका कहना है कि कैलिफोर्नियम पत्थर बहुत ही कीमती धातु है और उसकी वास्तविक कीमत करोड़ों में होती है उनका कहना है कि कैलिफोर्नियम से बिजली भी बनाई जा सकती है और यह लोग इसी तरह से लोगों को भ्रमित करते थे उन्होंने कहा कि बरामद किए गए संदिग्ध कैलिफोर्नियम पत्थर को जांच के लिए भेज दिया गया है।
एडीसीपी उत्तरी प्राची सिंह का कहना है कि संदिग्ध कैलिफोर्नियम पत्थर की तस्करी करने वाले लोगों से पूछताछ में पता चला है कि यह लोग इस बेशकीमती पत्थर को बिहार से किसी शशिलेख नाम के व्यक्ति से लाए थे और यहां यह किसी को बेचने की फिराक में थे उन्होंने बताया कि तस्करों के अनुसार उन्हें खुद इसकी वास्तविक कीमत पता नहीं है और वह लोग इस पत्थर को 10 से 12 लाख रूपर रुपए में बेचना चाहते थे।
प्राची सिंह का कहना है कि तस्करों के पास से बरामद संदिग्ध कैलिफोर्नियम पत्थर कैंसर जैसी घातक बीमारी की दवा में भी काम आता है और यह बहुत ही मुश्किल से प्राप्त होता है उनका कहना है कि बरामद किए गए पत्थर को जांच के लिए भेज दिया गया है उन्हीं ने इसकी वास्तविक कीमत का अंदाजा तो नहीं बताया है बल्कि उन्होंने कहा है कि जांच के बाद पता चलेगा कि इसकी वास्तविक कीमत क्या है ।
हालांकि कैलिफोर्नियम पत्थर अद्भुत पत्थर माना जाता है और इस पत्थर की 1 ग्राम की कीमत लाखों में नहीं बल्कि करोड़ बताई जा रही है यदि तस्करों से बरामद यह पत्थर कैलिफोर्नियम पत्थर ही है तो इसकी कीमत सैकड़ो करोड़ तक हो सकती है।
राजधानी लखनऊ में बेशकीमती धातु की तस्करी के खुलासे से यह तो साफ हो गया है कि लखनऊ में मौजूदा समय में हजारों करोड़ रुपए की वस्तु को लाखों रुपए में खरीदने वाले तस्कर मौजूद हैं।
हालांकि यह कहना गलत भी नहीं होगा कि तस्कर अगर लखनऊ में मौजूद है तो पुलिस भी आंख कान खोल कर पूरी मुस्तैदी के साथ काम कर रही है क्योंकि जिस तरह से बेशकीमती पत्थर को लाखों रुपए में बेचने के फिराक में लखनऊ में घूम रहे तस्करों को जिस तरह से पुलिस ने पकड़ा है उससे भी पुलिस की मुस्तैदी का पता चलता है।
इस्पेक्टर गाजीपुर का कहना है कि वैसे तो बरामद पत्थर कैलिफोर्नियम है या नही ये जांच से पहले कहना उचित नहीं होगा लेकिन उन्होंने यह बताया कि यूट्यूब पर जब कैलिफोर्नियम नाम के पत्थर की कीमत पता की गई तो इसकी कीमत सैकड़ों करोड़ में पाई गई है।
वहीं पीजीआई पुलिस ने असोहा उन्नाव के रहने वाले शिवम यादव और रविंद्र नगर तेलीबाग पीजीआई के रहने वाले जसप्रीत सिंह को चोरी की एक लोहे की तलवार व अन्य चोरी के सामान के साथ गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है।