उत्तराखंड में गर्मी ने तोड़ा 10 साल का रिकॉर्ड
देहरादून : उत्तराखंड में अप्रैल के शुरुआती दस दिनों में ही गर्मी ने नए रिकॉर्ड बनाने शुरू कर दिए हैं। पिछले 10 वर्षों में 11 अप्रैल (रविवार) सर्वाधिक गर्म रहा। हल्द्वानी और तराई (ऊधमसिंह नगर) का अधिकतम पारा 37.5 पहुंच गया। कुमाऊं के जिलों में अल्मोड़ा का तापमान सोमवार 30 डिग्री तक पहुंच गया। शुक्रवार की सुबह से ही सूर्यदेव की तपिश ने बेहाल कर रखा था। दिन चढ़ने के साथ ही गर्मी और अधिक बढ़ गई। दोपहर में गर्म हवाएं चलने के कारण हाल बेहाल हो गया। तपिश और गर्म हवाएं चलने के कारण दोपहर में सड़क पर सन्नाटा पसरा रहा। बाजार में भी अधिक भीड़ नहीं थी। नैनीताल का अधिकतम तापमान 25 और न्यूनतम 18 डिग्री, मुक्तेश्वर में अधिकतम 23.5, न्यूनतम पारा 9.9 डिग्री, पिथौरागढ़ का अधिकतम पारा 27.5 और न्यूनतम 9.6 डिग्री, चंपावत का अधिकतम 24.5 और न्यूनतम 6.6 डिग्री सेल्सियस रहा। अधिकतम सामान्य से पांच, न्यूनतम सामान्य से चार डिग्री अधिक रहा।
मौसम वैज्ञानिक डॉ. आरके सिंह ने बताया कि अप्रैल में पारा 40 मई में 42 डिग्री पहुंच सकता है। इसके पीछे जंगलों की आग और बारिश की कमी है। इस बार दिसंबर से फरवरी तक 15 बार पश्चिमी विक्षोभ की संभावना थी, लेकिन इस बार तीन बार ही अच्छा सक्रिय हुआ है, जबकि दो बार हल्के पश्चिमी विक्षोभ आए हैं, जिनका असर होने से पहले वह खत्म हो गए। ऐसे में औसतन पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय न होने से तापमान में खासा प्रभाव पड़ा है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार चार-पांच दिनों में मौसम साफ रहेगा। बागेश्वर, पिथौरागढ़ जिले में 12, 14-15 अप्रैल को कहीं-कहीं हल्की बारिश, आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है। 13 अप्रैल को कुमाऊं में सभी स्थानों पर मौसम शुष्क रहेगा।