गिरफ्तार टीपीसी उग्रवादी आदेश गंझू ने खोले कई राज
झारखंड में होने वाले उग्रवादी वारदातों में कई सफेदफेश मदद करते हैं। यह सनसनीखेज खुलासा पिपरवार पुलिस द्वारा जेल भेजे गए टीपीसी उग्रवादी आदेश गंझू ने पुलिस पूछताछ में किया है। उसने बताया है कि एक राष्ट्रीय दल से जुड़े नीरज गंझू टीपीसी को पैसे से खूब मदद करते हैं। उसने यह खुलासा पिपरवार थाना प्रभारी नितेश दुबे के समक्ष की है।
आदेश गंझू ने स्वीकार किया है कि कोयला कारोबारी का काम करने वाले नीरज गंझू टीपीसी को मोटी राशि उपलब्ध कराते थे। उन्हें बलथरवा विस्थापित कमेटी के सदस्य मदन प्रसाद साहू परेशान करते थे। आदेश ने बताया है कि नीरज ने कहा था कि किसी तरह से मदन प्रसाद को रास्ते से हटा दें। आदेश ने स्वीकारा है कि नीरज के कहने पर उसने गणेश गंझू के साथ मिलकर 19 अगस्त 2020 की शाम मदन के घर जाकर उन्हेंं गोली मारकर हत्या कर दी।
आदेश ने कई हत्याकांडों में अपनी संलिप्तता कबूल की है। 2015 में महिला के साथ अवैध संबध रखने के आरोप में राजेन्द्र राम की हत्या अपने साथी दीपू सिंह एवं भीखन गंझू के साथ मिलकर कर दी थी। शंकर गंझू का चतरा के विनोद उराव की बहन के साथ संबंध थाए जिसका विनोद विरोध करता था तथा धमकी देता था। ऐसे में शंकर के साथ मिलकर उसकी हत्या की गई थी।
आदेश ने खुलासा किया कि 14.16 दिसंबर 2020 को चतरा में कोयला ट्रांसपोर्टिंग रोकने के बैठक हुई थी। एनआईए के रडार पर रहे नागेश्वर गंझू के घर यह मीटिंग हुई थी। लेवी के लिए ट्रांसपोर्टिंग रोकने की साजिश भीखन गंझू ने रची थी।