संजू सैमसन को किस नंबर पर मिले मौका, कितने स्पिनर्स के साथ उतरेगी भारतीय टीम

भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने मंगलवार से शुरू हो रहे एशिया कप में भारत को प्रबल दावेदार बताते हुए कहा कि टीम के सभी विभागों में गहराई है, लेकिन टी-20 लाटरी जैसा है जिसमें कोई भी टीम कमाल कर सकती है। एशिया कप में कमेंटेटर की भूमिका निभा रहे शास्त्री के अनुसार यूएई की गर्मी में स्पिन अहम होगी और भारत के पास मजबूत स्पिन आक्रमण है। रवि शास्त्री से नितिन नागर ने विशेष बातचीत की।

भारत बतौर गत चैंपियन एशिया कप में उतरेगा। टीम की सबसे बड़ी ताकत और कमजोरियां क्या हैं?
मुझे कोई बड़ी कमजोरी नहीं दिखती, बशर्ते टीम आत्मसंतुष्ट न हो। भारत के पास शानदार संतुलन, प्रतिभा की भरमार और बल्लेबाजी, गेंदबाजी और स्पिन सभी में गहराई है।

शुभमन गिल एक साल बाद भारत की टी-20 टीम में लौटे हैं। उनकी वापसी को आप कैसे देखते हैं?

अगर कोई खिलाड़ी तीनों प्रारूपों में अपनी जगह पक्की कर ले और टीम का अहम हिस्सा बन जाए, तो उसे सभी खेलना चाहिए। विराट कोहली और एमएस धोनी जैसे खिलाड़ियों ने सभी प्रारूपों में शानदार प्रदर्शन किया है। अगर कोई खिलाड़ी पर्याप्त अच्छा है, तो उसे रोकने वाली कोई चीज नहीं है।

टीम में अक्षर, कुलदीप और वरुण स्पिन विभाग संभालेंगे। कलाई और अंगुली के स्पिन विकल्प दोनों मौजूद हैं। ऐसे में भारतीय टीम को क्या दो स्पिनर खिलाने चाहिए या तीन?
दुबई की परिस्थितियों और गर्मी को देखते हुए, स्पिन ही अहम हथियार होगा। भारत तीन स्पिनर के साथ उतरे तो कोई दिक्कत नहीं होगी। अफगानिस्तान जैसी टीमें तो चार स्पिनर तक खिला सकती हैं। यह दो या तीन का निर्णय टीम संतुलन पर निर्भर करेगा, लेकिन स्पिनर्स की अहमियत अवश्य रहेगी। आपको अंगुली और कलाई दोनों स्पिनर चाहिए। भारत के पास यह बढ़त है और हालात के हिसाब से दोनों का रोल होगा।

गिल अगर खेलते हैं तो ओपनिंग करेंगे, ऐसे में संजू की जगह कहां बनती है?

संजू को शीर्ष तीन में ही खिलाना चाहिए। संजू ने भारत के लिए टी-20 में शीर्ष पर अच्छा प्रदर्शन किया और उनका रिकॉर्ड शानदार है। गिल भी उन्हें तुरंत रिप्लेस नहीं कर पाएंगे। गिल किसी और की जगह आ सकते हैं, लेकिन सैमसन को ओपनिंग पर ही रहने देना चाहिए।

हार्दिक पांड्या भारत के इकलौते तेज गेंदबाज ऑलराउंडर हैं। उन्हें फिनिशर के तौर पर इस्तेमाल करना चाहिए या स्ट्राइक गेंदबाज के रूप में?
हार्दिक विश्व स्तरीय ऑलराउंडर हैं और इस प्रारूप के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक हैं। भारत हमेशा उनका सही इस्तेमाल करता आया है और आगे भी ऐसा ही होगा। वह किसी भी स्थान पर बल्लेबाजी कर सकते हैं और गेंदबाजी की शुरुआत के साथ ही मिडिल ओवरों में भी गेंद डाल सकते हैं। उनके पास ताकत, अनुभव और मैच जिताने की क्षमता है।

अनुभव और फार्म में संतुलन बनाने पर आप चयनकर्ताओं का मूल्यांकन कैसे करते हैं?

भारत के पास टैलेंट की भरमार है। मुझे थोड़ी हैरानी हुई कि श्रेयस अय्यर को नहीं चुना गया। लेकिन जिसे भी मौका मिले, उसे इसे भुनाना होगा क्योंकि स्पर्धा काफी कड़ी है।

गिल की मौजूदगी से सूर्यकुमार यादव की कप्तानी पर दबाव बढ़ेगा?

बिलकुल नहीं। गिल बेहद प्रतिभाशाली हैं और अगले 10 साल भारत के स्तंभ रहेंगे। इंग्लैंड दौरे पर कप्तानी से उन्हें आत्मविश्वास मिला है। उपकप्तान के तौर पर वे सूर्यकुमार की मदद करेंगे।

भारत के अलावा कौन सी टीम को आप दावेदार मानते हैं?

भारत टीम फेवरेट है, लेकिन लेकिन टी-20 अप्रत्याशित है। यह लॉटरी जैसा है। किसी भी दिन अफगानिस्तान जैसी टीम अपने स्पिनरों के दम पर उलटफेर कर सकती है।

फिनिशर की भूमिका किसे निभानी चाहिए, हार्दिक, रिंकू या फिर शिवम दुबे?

हार्दिक नैचुरल फिनिशर हैं। शिवम दुबे स्पिन के विरुद्ध बीच के ओवरों में काम कर सकते हैं। अगर गहराई चाहिए तो रिंकू जैसे खिलाड़ी भी योगदान दे सकते हैं।

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