नासिक में NCP नेता समेत दो लोगों की हत्या से मचा हड़कंप, रंगपंचमी पर शोर के बीच उतारा मौत के घाट

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी-एससीपी) के नेता रोहित पवार ने नासिक में अनुसूचित जनजाति (एसटी) समुदाय के दो लोगों की हत्या को लेकर महाराष्ट्र सरकार की आलोचना की है। इनमें अजीत पवार की पार्टी एनसीपी के उपाध्यक्ष भी शामिल हैं।
नागपुर में हुई एक पिछली घटना का जिक्र करते हुए पवार ने बुधवार को आरोप लगाया कि पुलिस आयुक्त ने विरोधाभासी बयान जारी किए हैं, जिससे ऐसे मामलों में पारदर्शिता को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं।
उन्होंने मीडियाकर्मियों से कहा, “कल नासिक में हुई घटना में अजीत पवार की पार्टी के उपाध्यक्ष समेत एसटी समुदाय के दो लोगों की हत्या कर दी गई। हमें टालमटोल वाले जवाब दिए जा रहे हैं। जब नागपुर में घटना हुई, तो पुलिस आयुक्त ने कुछ और कहा और बयान कुछ और दिया।”
उन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की हाल की टिप्पणियों पर भी कटाक्ष किया, जिसमें उन्होंने मंत्रियों से अपनी टिप्पणियों में संयम बरतने का आग्रह किया था। रोहित पवार ने कहा, “कल मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्रियों को इस तरह के बयान देने से पहले संयम बरतना चाहिए। ऐसा कहने के बजाय, बेहतर होगा कि वे इस्तीफा दे दें।”
‘सुशांस सिंह राजपूत पर राजनीति की गई’
दिवंगत बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर दिशा सालियान के पिता सतीश सालियान द्वारा जून 2020 में अपनी बेटी की मौत की नए सिरे से जांच की मांग करते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने पर भी रोहित पवार ने प्रतिक्रिया दी। एनसीपी-एससीपी विधायक रोहित पवार ने कहा, “अगर किसी व्यक्ति ने अपनी बेटी या महिला के लिए न्याय मांगने की कोशिश की है, तो हम चाहते हैं कि उन्हें न्याय मिले।”
उन्होंने आगे कहा, “लेकिन वास्तव में क्या हुआ, यह पता होना चाहिए। उसकी मौत चार साल पहले हो गई थी। भाजपा राजनीति कर रही है। चुनाव के लिए बिहार में सुशांत सिंह राजपूत पर राजनीति की गई। जो एसआईटी बनाई गई थी, उसका क्या हुआ, यह भी बताया जाना चाहिए।”
उन्होंने एएनआई से कहा, “दिशा सालियान के पिता कोर्ट गए हैं। उन्होंने आदित्य ठाकरे का नाम लिया है, लेकिन हमें यकीन है कि आदित्य ठाकरे का इससे कोई लेना-देना नहीं है। हम उनके साथ हैं, लेकिन कोर्ट को फैसला करने दें। अगर कोई व्यक्ति न्याय पाने की कोशिश कर रहा है, तो उसे न्याय मिलना चाहिए।”
उन्होंने कहा, “लेकिन अगर आप भाजपा को देखें, तो वे अब इस पर राजनीति करना शुरू कर देंगे। चार साल पहले सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या कर ली थी। आत्महत्या के तुरंत बाद, बिहार में ऐसे बैनर केवल बिहार चुनाव के लिए लगाए गए थे। अब चार साल बाद, भाजपा इस मुद्दे को आगे ले जाएगी क्योंकि चार महीने बाद बिहार में चुनाव हैं और छह महीने बाद मुंबई में चुनाव हैं।”
बता देंस कथित तौर पर, याचिका में अदालत से शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और जांच को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपने का निर्देश देने का आग्रह किया गया है।
नागपुर मामले पर रोहित पवार ने क्या कहा?
रोहित पवार ने कहा, “जब सीएम और डीसीएम ने कल एक बयान दिया, जिसमें उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से स्वीकार किया कि यह एक खुफिया विफलता थी। अगर कुछ पहले से ही योजनाबद्ध है और पुलिस को इसके बारे में पता नहीं है, तो यह एक खुफिया विफलता है। या तो यह एक खुफिया विफलता है, या अगर ऐसा है कि उनके पास खुफिया जानकारी होने के बावजूद उन्होंने कार्रवाई नहीं की, तो इसका मतलब है कि उन्होंने हिंसा होने दी।”
नागपुर हिंसा पर डीसीपी ने दिया बयान
उन्होंने कहा, “अगर कोई भी हिंसा में शामिल है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, वे किसी भी समुदाय से हो सकते हैं।” बता दें, नागपुर पुलिस ने शहर में हाल ही में हुई हिंसा के सिलसिले में सात नाबालिगों सहित 50 लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने कहा कि 17 मार्च को भड़की हिंसक झड़पों के बाद नागपुर के दस पुलिस जिला क्षेत्रों में लगातार दूसरे दिन भी पचास लोगों को हिरासत में लिया गया है और कर्फ्यू लागू है।
एएनआई से बात करते हुए डीसीपी राहुल मकनीकर ने कहा, “स्थिति नियंत्रण में है। जांच चल रही है। हमने 10 टीमें बनाई हैं। हमने अब तक 50 लोगों को हिरासत में लिया है।” इस बीच, न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी न्यायालय (जेएमएफसी) ने नागपुर हिंसा मामले में 19 आरोपियों को 21 मार्च तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री ने नागपुर हिंसा की निंदा की
महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने नागपुर में हाल ही में हुई हिंसा की निंदा की है और कहा है कि यह बहुत गंभीर मामला है। कदम ने कहा, “नागपुर में हुई घटना बहुत गंभीर है। सख्त कार्रवाई की जाएगी। डीसीपी स्तर के अधिकारियों और पुलिसकर्मियों पर हाथ उठाने की हिम्मत रखने वालों को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”