पटना में पुलिस टीम पर शराब माफिया का हमला, दो दारोगा समेत कई जवान जख्मी

शराबबंदी वाले बिहार में शराब माफिया के हौसले बुलंद से लगते हैं। राजधानी पटना में फिर शराब माफिया के गुर्गों ने कार्रवाई करने गई पुलिस टीम पर जानलेवा हमला कर दिया जिसमें दो दारोगा समेत कई पुलिस वाले घायल हो गए। दो गाड़ियों में तोड़ फोड़ भी की गयी। घटना पालीगंज की है। पुलिस टीम पर हमले की यह पहली घटना नहीं है।एक महीने में राज्य भर में पुलिस पर हमले के दर्जनभर मामले सामने आए हैं। पटना में शुक्रवार को भी शराब माफिया ने गाड़ी से कई लोगों को कुचल कर घायल कर दिया था। बारात में आई गाड़ी में भारी मात्रा में शराब भरी थी। गुप्त सूचना पर पुलिस उसे पकड़ने गयी थी। यह हाल तब जबकि साल 2016 से ही राज्य में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू है और करीब 13 लाख लोग इस कानून के जद में आ चूके हैं। लाखों लीटर शराब के साथ साथ हजारों गाड़ियां जब्त की जा चुकी हैं।
जानकारी के मुताबिक पटना पुलिस को सूचना मिली थी कि एक गाड़ी में शराब की खेप लाई गई है जिसे पटना में होली के मौके पर पीने वालों को हो डिलेवरी में उपलब्ध कराया जाना था। सूचना मिलने पर पुलिस ने गाड़ी को चिन्हित कर पीछा किया। इसी दौरान शराब माफिया के गुर्गों ने पुलिस टीम पर अटैक कर दिया। हमले में पुलिस के दो एसआई समेत कई अन्य जवान घायल हो गए। उपद्रवियों ने पुलिस की दो गाड़ियों में तोड़ फोड़ भी कर दिया। पालीगंज पुलिस उपद्रवियों की तलाश में जुट गई है। उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की बात कही है।
बिहार में शराबबंदी पर फिर से बहस शुरू हो गयी है। तेजस्वी यादव ने कहा कि उनकी सरकार बनी तो ताड़ी को शराबंदी कानून से बाहर निकाल दियाजाएगा क्योंकि इससे गरीब समाज का पेट और परिवार चलता है। कांग्रेस विधायक प्रतिमा दास ने तो यह कह दिया कि महागठबंध की सरकार बिहार में बनी तो शराबंदी कानून को निरस्त कर ठेका सिस्टम से शराब बेचने की बात कर दी।