लखनऊ में अंसल का दफ्तर एनसीएलटी ने किया सील

  • गेट पर 44 सवाल और जवाब का नोटिस लगाया

लखनऊ, राजधानी लखनऊ में अंसल के दफ्तर को एनसीएलटी की टीम ने सील कर दिया है। दफ्तर के गेट पर 44 सवालों और उनके जवाबों का नोटिस लगा दिया है। कंपनी के सभी खातों पर रोक लगा दी गई है। अब बैंकों में लेनदेन के लिए रिसीवर नए खाता संचालक नियुक्त करेगा। रिसीवर की टीम मकान व प्लॉट बुक कराने वालों का रिकॉर्ड जुटा रही है। वहीं, अंसल पर लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) के बाद रेरा भी एफआईआर दर्ज करवाने जा रही है। इसे लेकर अफसरों ने कंपनी को भेजे गए नोटिस की जानकारी जुटा ली है।

आवंटियों के लिए टोल फ्री नंबर जारी किया जाएगा। अंसल मामले की जैसे-जैसे लोगों को जानकारी मिल रही है वे अपने प्लॉट की चिंता में कंपनी के दफ्तर पहुंच रहे हैं। बाकी संख्या में लखनऊ सहित दूसरे जिलों से लोग जानकारी लेने के लिए जुट रहे थे। इस दौरान एनसीएलटी ने लोगों के सवाल और उनके जवाब को लिखवाकर दफ्तर के गेट पर चिपका दिया है। अंसल प्रॉपर्टीज एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड कंपनी पर राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) की ओर से की गई कार्रवाई के मामले में नियुक्त रिसीवर (आईआरपी) नवनीत गुप्ता ने कंपनी की वेबसाइट को बंद कर दिया है।

इसके साथ ही निवेशकों को क्लेम के लिए अप्लाई करने के लिए एक वेबसाइट भी जारी की गई है। अंसल एपीआई को 2005 में हाईटेक टाउनशिप विकसित करने का लाइसेंस मिला। उस समय 6465 एकड़ में योजना विकसित करने की डीपीआर पास हुई थी। तीन फेज की योजना थी जिसे 2017 तक पूरा करना था। योजना पूरी नहीं हुई तो अंसल की ओर से समय बढ़ाने के लिए आवेदन किया गया। चार साल बाद शासन ने अनुमति दे दी। साल 2021 के नवंबर में अंसल ने संशोधित डीपीआर जमा की, जिसमें जमीन को कम किया गया।

एलडीए ने 06 अप्रैल 2023 को संशोधित डीपीआर मंजूर करते हुए योजना के विकास के लिए 05 अप्रैल 2028 तक का समय दिया। टाउनशिप का क्षेत्रफल घटाकर 4690 किया गया। तीन की बजाय पांच फेज में मंजूरी मिली। आवंटियों को समय से मकान, प्लॉट न देने और रजिस्ट्री न करने को लेकर रेरा में अंसल के खिलाफ 2268 शिकायतें दर्ज हुईं। टाउनशिप में 18858 मकान-प्लॉट बनाए जाने हैं।

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